आतंकी कनेक्शन को लेकर बिहार में एनआइए के छापे, पटना, मुजफ्फरपुर, छपरा और दरभंगा समेत 15 ठिकानों पर रेड
टेरर फंडिंग को लेकर एनआइए की टीम ने बिहार में छापे मारे हैं। फुलवारीशरीफ छपरा बिहारशरीफ वैशाली मुजफ्फरपुर दरभंगा मधुबनी कटिहार व अररिया के 15 ठिकानों पर दबिश दी गई।फुलवारीशरीफ में आतंकी माड्यूल के पर्दाफाश के बाद प्राथमिकी में दर्ज नामजद आरोपितों के घर की तलाशी ली गई।
राज्य ब्यूरो, पटना। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के देश विरोधी गतिविधि और आतंकी फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने गुरुवार को राज्य के नौ जिलों में एक साथ छापेमारी की। पटना के फुलवारीशरीफ के साथ छपरा, बिहारशरीफ, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, कटिहार व अररिया के करीब 15 ठिकानों पर जांच टीम ने दबिश दी। पीएफआइ के साथ सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य सदस्यों के ठिकानों की भी तलाशी ली गई। इसमें अधिसंख्य ऐसे लोगों के ठिकानों पर छापेमारी हुई जिनका नाम फुलवारीशरीफ आतंकी माड्यूल मामले की प्राथमिकी में दर्ज है। इस दौरान घर में मिले स्वजनों से भी पूछताछ की गई। संदेह के आधार पर जांच टीम ने लैपटाप, मोबाइल, किताबें व अन्य सामान जब्त किया है।
सुबह करीब सात बजे पटना के फुलवारीशरीफ के गोनपुरा मोहल्ले में एनआइए ने मो अमीन एवं मो खलीकुर्जमा के घरों पर छापेमारी की। मो अमीन बीएड कालेज में क्लर्क है, जबकि खलीकुर्जमा जमीन कारोबार एवं अन्य व्यवसाय से जुड़ा है। छपरा के जलालपुर की माधवपुर पंचायत के रुदलपुर गांव निवासी सरकारी शिक्षक परवेज आलम के घर पर भी छापेमारी की गई। उसे जलालपुर थाना लाकर पूछताछ की गई। वह पीएफआइ का सक्रिय सदस्य बताया जाता है। बिहारशरीफ में एसडीपीआइ के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर के सोहसराय थाना क्षेत्र के खासगंज मोहल्ला स्थित घर पर भी छापेमारी हुई। तीन घंटे तक तलाशी में कई दस्तावेज टीम अपने साथ ले गई है। शमीम फरार है।
वैशाली जिले के चेहराकलां प्रखंड अंतर्गत ताल सेहान गांव में पीएफआइ से जुड़े मो. रेयाज के ठिकानों की भी तलाशी ली गई। कटिहार जिले में हसनगंज के मुजफ्फर टोला में पीएफआइ के प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम के घर और कठौतिया में सक्रिय सदस्य अब्दुल रहमान के घर तलाशी ली। अररिया के जोकीहाट थाना क्षेत्र के अरतिया गांव एहसान परवेज के घर भी छापेमारी हुई।
दरभंगा के दानिश लाज में साढ़े सात घंटे तलाशी
दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में दो-दो जगहों पर एनआइए की टीम ने छापेमारी की। दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के उर्दू मोहल्ला स्थित दानिश लाज में एनआइए ने साढ़े सात घंटे तक 20 कमरों को खंगाला। यहां रह रहे 50 छात्रों से पूछताछ की। लाज से कुछ ही दूरी पर लखनऊ से गिरफ्तार अधिवक्ता नुरुद्दीन जंगी का घर है। एनआइए को सूचना मिली थी कि इस लाज के कुछ छात्र नुरुद्दीन जंगी के खास हैं। दरभंगा में ही सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव स्थित पीएफआइ के फरार सदस्य मुस्तिकीम के घर की तलाशी ली। दो मोबाइल और 13 पन्नों की एक पुस्तक टीम ने जब्त किया।
मधुबनी के लदनियां थाना क्षेत्र में डलोखर पंचायत स्थित बलुआ टोला में मो. अंसारुल हक उर्फ मो. अंसार के घर भी एनआइए पहुंची। अंसार नहीं मिला। उसके पिता मो. कुद्दुस से पूछताछ की। अंसार के घर के सदस्यों का आधार कार्ड एवं बैंक पासबुक की छाया प्रति टीम ने लिया। मिर्जापुर हाजी टोला में मो. सलमान के घर टीम पहुंची तो ताला लगा था। सलमान के चचेरे भाई नफीस अहमद के सामने ताला तोड़ छापेमारी की गई।
मुजफ्फरपुर में मजहरूल इस्लाम उर्फ मजहर इमाम के बरियारपुर ओपी के खालिक नगर गौरीहार गांव स्थित आवास पर टीम ने उसकी भाभी जरीना खातून का पासबुक जब्त किया। मजहर नहीं मिला। काजी मोहम्मदपुर थाना के माड़ीपुर में किराये के मकान में रह रहे एकरामुद्दीन के घर से लैपटाप और कुछ कागजात जब्त किए। एकरामुद्दीन घर में कोचिंग चलाता है।
जुलाई में हुआ था इस्लामिक स्टेट बनाने की साजिश का पर्दाफाश
जुलाई में विधानसभा के शताब्दी समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पटना आगमन से दो दिन पूर्व आइबी की सूचना पर हुई कार्रवाई में फुलवारीशरीफ टेरर माड्यूल का पर्दाफाश हुआ था। फुलवारीशरीफ स्थित पीएफआइ के कार्यालय में शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर आतंकी ट्रेनिंग कैंप का भंडाफोड़ किया गया था। इस दौरान पुलिस ने कई दस्तावेज जब्त किए जिसमें भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश का जिक्र था। इसके अलावा प्रधानमंत्री के पटना दौरे पर भी माहौल बिगाड़ने की साजिश की बात सामने आई थी। इस मामले में 12 जुलाई को 26 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसमें 22 फरार हैं। सिमी से जुड़े अतहर परवेज, झारखंड से रिटायर सब इंस्पेक्टर मो जलालुद्दीन खां, अरमान मलिक व मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।