New Year 2020 New Policies List नई सड़कें, फ्लाईओवर और पुलों से यातायात होगा सुगम, ये भी होगा खास
पटना को साल 2020 से बड़ी उम्मीदें हैं। सरकार की ओर से शहर के विकास के लिए खाका खींच दिया गया है। आइए जानते हैं क्या-क्या खास होगा 2020 में।
पटना, जेएनएन। शहर को 2020 में कई तोहफे मिलेंगे। इसके लिए सरकार की ओर से कई नीतियों को कागजों पर उतार दिया गया है बस उन्हें 2020 में अमलीजामा पहनाना है। इसमें कई नए पुल और फ्लाईओवर भी शामिल हैं। इनसे राजधानी की यातायात व्यवस्था सुगम हो जाएगी। साथी ही मेट्रो की तरफ भी राजधानी एक कदम बढ़ाएगी।
नॉन स्टॉप दौड़ लगाएंगे वाहन
दीघा में फोरलेन दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड में जेपी सेतु, दीघा-आर ब्लॉक फोरलेन और मेरिन ड्राइव लोकनायक गंगा एक्सप्रेस-वे भी जुड़ेगा। यहां से किसी भी दिशा में वाहन नॉन स्टॉपेज दौड़ लगाते नजर आएंगे। इसी तरह उत्तर बिहार को राजधानी से जोडऩे वाले महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन को काट कर इसके पुनर्निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है। वर्ष 2020 के मार्च तक चमचमते जंगरोधी स्टील से बने इस लेन पर गाडिय़ों का परिचालन शुरू हो जाएगा। 46 पायों वालों इस पुल के केवल चार स्पैन का काम शेष रह गया है।
नॉन स्टॉपेज फर्राटा भरेंगी गाड़ियां
फोरलेन दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड बनकर तैयार है। इसके चालू होते ही जेपी सेतु से एम्स तक बिना सिग्नल के वाहन फर्राटे भर सकेंगे। 680 स्पैन वाला 12.27 किलोमीटर लंबा प्रोजेक्ट तैयार हो गया है। इसमें 8.5 किलोमीटर एलिवेटेड तथा 3.75 किलोमीटर सड़क का हिस्सा है। पटना-मुगलसराय रेलखंड के ऊपरी भाग में एलिवेटेड रोड के दोनों छोर को जोड़ने का कार्य पूरा हो गया है। शीघ्र ही वाहनों का परिचालन प्रारंभ होगा। उत्तर बिहार से एम्स जाना आसान हो जाएगा। दीघा में इस एलिवेटेड रोड से जुड़ने की व्यवस्था की गयी है।
महाजाम से मिल जाएगी मुक्ति
मेरिन ड्राइव लोकनायक गंगा एक्सप्रेस-वे पर जून 2020 तक गाड़ियां दौड़ लगाने लगेंगी। शहरवासियों को महाजाम से मुक्ति मिल जाएगी। पटना सिटी से पूरब की तरफ आने वाली सड़कें काफी संकरी हैं। गंगा की पेटी में बनने वाले एक्सप्रेस-वे से दानापुर से पटना सिटी की दूरी कम हो जाएगी। यह आधा दर्जन स्थानों पर शहर से जुड़ा रहेगा। इसके जरिए पटना सिटी से दीघा मिनटों में पहुंच जाएंगे।शहर को मिलेगा फोरलेन का तोहफा : दीघा टू आर ब्लॉक फोरलेन का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। हड़ताली मोड़, शिवपुरी और राजीवनगर प्वाइंट पर एलिवेटेड रोड बनाया गया है। बड़े-बड़े पेड़ों को उखाड़कर लगाया गया है। दोनों तरफ ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया है। इस पथ के चालू होने के बाद उत्तर बिहार जाने वालों को राहत मिलेगी। बोरिंग रोड को जाम से राहत मिल जाएगी। महेशनगर, इंद्रपुरी, राजीवनगर सहित एक दर्जन मोहल्ले फोरलेन पर आ जाएंगे।
अंतिम टच देने में जुटे कर्मी व इंजीनियर
महात्मा गांधी सेतु पर कार्य के लिए 200 से अधिक कर्मी व इंजीनियर इस लेन को अंतिम टच देने में दिन-रात लगे हैं। नये साल में लाखों लोगों के लिए यह बेहद उपयोगी तोहफा साबित होगा। स्टील से निर्मित सेतु की बदली सूरत हर किसी को आकर्षित कर रही है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा करीब 1742 करोड़ रुपये से महात्मा गांधी सेतु का जंगरोधी स्टील से पुनर्निर्माण करने का काम अगस्त 2017 में आरंभ हुआ। हाजीपुर की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग 19 को पाया संख्या एक की नव निर्मित सड़क से जोड़ दिया गया है। सेतु डिविजन गुलजारबाग के कार्यपालक अभियंता बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि अगले दस दिनों में गाघाट स्थित पाया संख्या 46 की नव निर्मित सड़क से सेतु को जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पाया संख्या 38 से 39 एवं 40 तथा 44 से 45 एवं 46 के स्पैन पर स्टील का गटर लगाने का काम जारी है। इस काम के पूरा होते ही पश्चिमी लेन पर गाडिय़ों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
करीब दो किलोमीटर दूरी तक रेलिंग का हुआ निर्माण
अभियंता ने बताया कि पाया संख्या एक से 20 एवं 27 से 35 यानी कुल 29 स्पैन की सड़क की कंक्रीटिंग हो चुकी है। इस पर कोलतार की पीचिंग का काम शुरू होगा। 5.75 किलोमीटर लंबे पुल पर करीब दो किलोमीटर दूरी तक रेलिंग का निर्माण हो चुका है। जंगरोधी स्टील से सुपर स्ट्रक्चर बनाने का काम इफ्कॉनस और सिबमोस्ट जेवी द्वारा किया जा रहा है।
पूर्वी लेन का गटर भी पहुंचा
गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर मार्च में वाहनों का परिचालन शुरू होते ही पूर्वी लेन को काटने का काम शुरू होगा। सेतु डिविजन के कार्यपालक अभियंता बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि पूर्वी लेन में लगाने के लिए अधिकांश गटर हाजीपुर स्थित प्रोजेक्ट स्टेशन पर पहुंच चुका है। पश्चिमी लेन को बनाने के दौरान हुआ अनुभव काम आएगा। पूर्वी लेन का निर्माण तय समय से पहले पूरा होने की उम्मीद है। गंगा का जलस्तर बढऩे पर हर साल करीब तीन महीने तक पुल का निर्माण कार्य शिथिल पड़ जाता है।
पटना मेट्रो का कार्य आरंभ
इसी साल पटना मेट्रो के पहले चरण की बुनियाद रखी गई है। दानापुर से मीठापुर बस स्टैंड वाया पटना जंक्शन 15.38 किलोमीटर का कार्य आरंभ हो गया। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन इसका निर्माण करा रहा है। मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दूसरे चरण में इसका विस्तार जीरो माइल नया पड़ाव तक होना है। करीब 15.75 किलोमीटर भूमिगत ट्रैक से मेट्रो गुजरेगी। लक्ष्य है कि 2024 तक मेट्रो सेवा आरंभ कर दी जाए।