मई में शुरू होगा नये टर्मिनल भवन का निर्माण
पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर यात्रियों को मई 2021 तक परेशानी झेलनी पड़ेगी। मई 2018 तक नये भवन का कार्य आरंभ होगा।
पटना । पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर यात्रियों को मई 2021 तक परेशानी झेलनी पड़ेगी। मई 2018 में नये टर्मिनल भवन के निर्माण का कार्य शुरू होगा। तीन वर्षो में इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए अब एयरपोर्ट टर्मिनल भवन का निर्माण एक चरण में करने का फैसला लिया गया है। पांच साल के लक्ष्य को घटाकर तीन साल कर दिया गया है। यह जानकारी इंटरनेशनल सिविल एविएशन डे के अवसर पर स्थानीय जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आयोजित परिचर्चा सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में एयरपोर्ट निदेशक राजेंद्र सिंह लाहौरिया ने दी। वीडियो के माध्यम से देश-विदेश के एयरपोर्ट के बारे में जानकारी दी गई।
निदेशक ने कहा कि पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में 33 फीसद ग्रोथ हुई है। चालू वित्तीय वर्ष में 30 लाख यात्री यात्रा करेंगे। एयरपोर्ट यात्रियों की संख्या के आगे छोटा पड़ गया है। यात्रियों की सुविधा को देखते एयरलाइंस के सहयोग से हर संभव मदद किया जा रहा है। कई बदलाव किए गए। एयरपोर्ट टर्मिनल भवन के बाहर में यात्रियों को बैठने की उचित व्यवस्था की गई है।
एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि सितंबर 2018 में यात्रियों को थोड़ी राहत मिलेगी। दो पार्किंग-बे बनकर तैयार हो जाएंगी। यानी स्थानीय एयरपोर्ट पर एक साथ छह फ्लाइट खड़ी रह सकती हैं। फिलहाल बे में चार फ्लाइट खड़ी रह सकती हैं। पटना एयरपोर्ट भविष्य में देश के अत्याधुनिक एयरपोर्ट में शुमार होगा।
वार्षिक 45 लाख यात्रियों की क्षमता होगी। ग्राउंड प्लस दो तल का एयरपोर्ट होगा। गार्डेन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर की आकृति का होगा। भवन काफी आकर्षक होगा। डिजायन स्वीकृत हो गया है। टर्मिनल भवन बनने तक यात्रियों को कतारों में खड़ा होना पड़ेगा। सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। सभी कार्य के लिए नियम बने हैं। उसका पालन करना आवश्यक है। इसी कारण विमान से यात्रा काफी सुरक्षित है।
इंडिगो स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह ने कहा कि एयरपोर्ट काफी छोटा है। 2009 में तीन लाख यात्री आते-जाते थे। चालू वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा 30 लाख पर पहुंचने जा रहा है। गो एयर के स्टेशन मैनेजर मनमोहन तिवारी ने कहा कि यात्रियों की बढ़ती संख्या के अनुरूप सुविधाएं मुहैया कराना एक चुनौती है। ऐसी स्थिति में भी सेफ्टी के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। इस कारण यात्रियों को थोड़ी परेशानी हो रही है। एटीसी प्रभारी संतोष कुमार ने कहा कि अब फ्लाइट और एयरपोर्ट की तकनीक मोबाइल की तर्ज पर बदल रही है। अब जहाज का नियंत्रण करना आसान हो गया है। सीएनएस प्रभारी प्रवीण भौमिक ने कहा कि सुरक्षा और संरक्षा काफी आवश्यक है। एनके चौधरी ने कहा कि रनवे छोटा है, फिर भी सुरक्षित हवाई यात्रा कराई जा रही है। यात्रियों की बढ़ रही संख्या को चुनौती के साथ संभाला जा रहा है। सीआइएसएफ कमांडेंट विशाल दुबे ने कहा कि सिस्टम में चूक नहीं होने देने के लिए सुरक्षा और संरक्षा दोनों की जरूरत है। एयरपोर्ट छोटा है। एक साथ चार फ्लाइट के यात्री रहते हैं। सिक्योरिटी एरिया में चार फ्लाइट के यात्रियों के एक साथ बैठने की व्यवस्था नहीं है। जीएम एमएम फ्रांसिस ने कहा कि आने वाले समय में पटना एयरपोर्ट का टर्मिनल भवन देश के अत्याधुनिक एयरपोर्ट में से एक होगा। इस अवसर पर जेट एयरवेज के नीतीश श्रीवास्तव, एयरपोर्ट अथॉरिटी के अखिलेश कुमार, विशाल रंजन आदि मौजूद थे।
: बिहटा एयरपोर्ट की बदली जाएगी रनवे लाइट :
एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि बिहटा एयरपोर्ट की जमीन दिसंबर माह में मिल जाएगी। उसके बाद टर्मिनल भवन के निर्माण की प्रक्रिया शुरु होगी। बिहटा एयरफोर्स स्टेशन के रनवे की लाइट बदली जाएंगी। अभी यहां विमान परिचालन की स्थिति नहीं है। रनवे विस्तार के लिए राज्य सरकार से भूमि मांगी गई है। अब तक सहमति नहीं मिली है।
: नालंदा में राज्य सरकार खुद बनाएगी एयरपोर्ट :
नालंदा में राज्य सरकार अपने संसाधन से खुद एयरपोर्ट बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। जानकारी मिली है कि जमीन का चयन कर लिया गया है। अहमदाबाद की एक टीम भी आई थी। इस दिशा में कितना कार्य आगे बढ़ा, यह जानकारी नहीं है।