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अभिमन्यु हत्याकांड की जांच में स्थानीय लोगों की मदद लेगी पुलिस

अभिमन्यु हत्या मामले से जुड़ी जानकारी देने वाले गवाहों के नाम का नहीं होगा खुलासा- सबूत के तौर पर बय

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 09:05 PM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 10:18 PM (IST)
अभिमन्यु हत्याकांड की जांच में स्थानीय लोगों की मदद लेगी पुलिस
अभिमन्यु हत्याकांड की जांच में स्थानीय लोगों की मदद लेगी पुलिस

पटना । फतुहा के शेफाली इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल में आठवीं की छात्रा के हाथों छह वर्षीय अभिमन्यु की हत्या में अब तक के अनुसंधान की जोनल आइजी नैयर हसनैन खान ने बुधवार को समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने ग्रामीण एसपी आनंद कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर हत्याकांड की नए सिरे से जांच शुरू करने का आदेश दिया। यह टीम जांच में फतुहा के निवासियों से भी सहयोग लेगी। स्थानीय लोगों को इस पूरे मामले में कुछ भी जानकारी हो तो वे इस टीम को बता सकेंगे। पुलिस उनका नाम सार्वजनिक नहीं करेगी, पर सबूत के तौर पर उनके बयान की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। टीम में सदर के अपर पुलिस अधीक्षक सुशांत कुमार सरोज, फतुहा डीएसपी सुनील कुमार, नदी थानाध्यक्ष नागेंद्र पाल, शाहजहांपुर थानाध्यक्ष सतीश कुमार, महिला थानाध्यक्ष रवि रंजना, रामकृष्ण नगर थाने की दारोगा कुमारी अर्चना सिंह एवं तकनीकी सेल के दो विशेषज्ञ सहित कुल नौ लोग शामिल हैं।

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दस दिन में करें पर्यवेक्षण :

आइजी ने फतुहा डीएसपी को दस दिन के अंदर जांच पूरी कर पर्यवेक्षण टिप्पणी निर्गत करने का निर्देश दिया है। इससे पूर्व आरोपित छात्रा को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाए। आइजी ने कहा कि स्कूल में रहने वाली दूसरी छात्राओं एवं स्वतंत्र गवाहों का बयान दर्ज करें। कांड में फरार स्कूल निदेशक, मकान मालिक का बेटा लकी सिंह सहित अन्य की अविलंब गिरफ्तारी सुनिश्चित कराएं। गौरतलब है कि अभिमन्यु के पिता संतोष कुमार ने 19 लोगों के विरुद्ध आइपीसी की धारा 302 एवं 120 (बी) प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

परिजनों के सामने हुई समीक्षा :

समीक्षा के दौरान अभिमन्यु के परिजन और कुछ ग्रामीण भी उपस्थित थे। उनका कहना था कि 16 वर्षीय अकेली छात्रा छह साल के बालक की गला दबाकर हत्या नहीं कर सकती। स्कूल का गार्ड पप्पू सहित अन्य लोग भी हत्या में शामिल रहे होंगे। हालांकि छात्रा का बयान पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मेल खाता है, लेकिन एफएसएल ने अबतक अपना मंतव्य नहीं दिया है। आइजी ने एफएसएल को अविलंब रिपोर्ट मुहैया कराने का आग्रह करते हुए औपचारिक पत्र भेजने का निर्देश दिया है। साथ ही निर्देशित किया है कि कोर्ट से अनुमति लेकर बिस्तर पर मिले टूटे बाल के नमूने को हैदराबाद स्थित सेंट्रल फोरेंसिक लैब में भेजा जाए।


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