जलजमाव को लेकर अब तेजस्वी का नया तंज, कहा- शुक्र है नीतीश कुमार ने हमारी बात को स्वीकारा
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में हुए भीषण जलजमाव और उस पर सरकार की ओर से हुई बैठक को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है।
पटना, जेएनएन। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में हुए भीषण जलजमाव और उस पर सरकार की ओर से हुई बैठक को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि शुक्र है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिरकार हमारी बात को स्वीकारा कि यह बाढ़ नहीं, सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार जनित जलजमाव था। तेजस्वी ने मंगलवार को जारी प्रेस बयान में कहा कि नीतीश कुमार आंखों में धूल झोंकने के माहिर खिलाड़ी हैं। हर छोटी-मोटी उपलब्धि का श्रेय स्वयं हड़पते हैं, पर विकराल नाकामियों का ठीकरा छोटे-छोटे किराना कर्मचारियों पर फोड़ते हैं।
तेजसवी ने कहा कि अबकी बार उन्होंने पटना के जलजमाव का ठीकरा अभियंताओं के मत्थे फोड़ दिया है। जैसे इतने बड़े स्तर पर कुप्रबंधन का सारा दोष इन 6 कर्मचारियों की बदौलत ही हुआ हो। कल तक तो मुख्यमंत्री जल जमाव का दोष हथिया नक्षत्र, तारों, ग्रहों, प्रकृति, विपक्ष और ना जाने किस-किस को दे रहे थे, तो आज इन छोटे स्तर के कर्मचारियों को शो कॉज नोटिस क्यों जारी किया जा रहा है? जब दोष नक्षत्र, प्रकृति और ग्रहों का है तो गाज इंजीनियरों पर गिराने का ढोंग क्यों किया जा रहा है? मतलब मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि विपक्ष का बड़े स्तर पर हुए कुप्रबंधन और लापरवाही का आरोप शत-प्रतिशत सही है। और जब मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि इतने बड़े स्तर पर लापरवाही हुई है तो जिम्मेदारी सिर्फ 6 कर्मचारियों की?
उन्होंने आगे कहा कि शुक्र है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आख्रिरकार हमारी बात को स्वीकारा कि यह बाढ़ नहीं सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार जनित जलजमाव था। मुख्यमंत्री वास्तविकता और जमीनी सच्चाई से कट गए हैं, इसलिए उन्हें जो कुछ इनके भ्रष्ट अधिकारी पढ़ा देते हैं। ये बोल देते हैं, क्योंकि यही भ्रष्ट अधिकारी इनकी पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करते हैं।
उन्होंने सवाल किया है कि मुख्यमंत्री बताएं कि क्या ये इंजीनियर जलजमाव, नाला, सीवर, नमामि गंगे और ड्रेनिज संबंधित डिसिजन और पॉलिसी मेकिंग प्रक्रिया का हिस्सा थे? सारी नीतियां आप और आपके दुलारे बड़े भ्रष्ट अधिकारी बनाते हैं और कारण आप छोटे कर्मचारियों से पूछ रहे हैं? बड़े अफसरों, इनके चुनिंदा मंत्रियों और इनकी खुद की तो कोई जैसे जिम्मेदारी बनती ही नहीं है। BUDCO के इंजीनियरों का तो मात्र साल-डेढ़ साल में तबादला हो जाता है। बड़े-बड़े अफसर लंबे समय तक एक ही विभाग पर एकछत्र राज स्थापित किए रहते हैं, परंतु वो नीतीश मार्का 'सुशासन' में हर उत्तरदायित्व से अछूते रहते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब विपक्ष और मीडिया ने बिहार में हर वर्ष हो रहे जलजमाव पर तीखे सवाल दागे तो बौखलाए मुख्यमंत्री मुंबई से लेकर अमेरिका का अनर्गल प्रलाप करने लगे। इनके सुशासनी सांसद, विधायक और केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्री नक्षत्रों पर विधवा विलाप करने लगे। सत्ता इन्हें हर सुख, भोग-विलास दे, बस जिम्मेदारी ना दे। जिम्मेदारी तो ये बस अपने कुतर्क से विपक्ष और पीड़ित जनता की ही ढूंढ लाएंगे।