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    युवा, महिला और वृद्ध वोटर को जदयू-भाजपा के पाले में लाए ये 5 फैक्‍टर, NDA की जीत का नीतीश फॉर्मूला

    By Bhuwaneshwar Vatsyayan Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Fri, 14 Nov 2025 01:24 PM (IST)

    बिहार में एनडीए की जीत के पीछे कई कारण रहे, जिनमें युवा, महिला और वृद्ध मतदाताओं का समर्थन प्रमुख है। जदयू-भाजपा गठबंधन ने इन वर्गों को आकर्षित करने के लिए विशेष रणनीति अपनाई। रोजगार, सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा के वादों ने उन्हें एनडीए के पक्ष में वोट करने के लिए प्रेरित किया। नीतीश कुमार की लोकप्रियता ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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     Bihar chunav 2025 News Updates: मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार। जागरण आर्काइव

    भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। Bihar Vidhan Sabha Chunav Result latest News : मतदान केंद्रों पर जिस हिसाब से महिलाओं की लंबी-लंबी कतार दिख रही थी, उस समय ही यह तय हो गया था कि यह कतार नीतीश कुमार की ही है।

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    यह बात उस समय और पुख्ता हो गई थी, जब वोटिंग से लौट रही महिलाओं ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत दस हजार रुपए मिलने की बात जोरदार तरीके से की।

    साथ चल रही महिलाओं का हाथ पकड़ कर कहा कि इसे नहीं मिला है पर चुनाव के बाद मिल ही जाएगा। कई जगहों पर महिलाओं का यह स्लोगन भी सुना गया कि 'जिसका खाए हैं उसका तो गाएंगे ही न'।

    चुनाव में एनडीए की झोली जिस तरह से भरी, उसमें मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की बड़ी भूमिका रही।

    महिलाओं की लंबी लाइन का 10 हजार का कनेक्‍शन

    एनडीए की जीत के जो पांच बड़े फैक्टर रहे, उसमें मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पहले नंबर पर रहा। महिलाओं के बीच नीतीश कुमार के प्रति सकारात्मक धारणा उनके लिए कैडर वोट की तरह दिखी।

    महिलाओं से जब बूथों पर बात हुई तो उन्होंने नीतीश कुमार द्वारा अपने बच्चों के हित में किए गए काम को भी खूब गिनाया।

    तेजस्वी यादव ने भी चुनाव के दौरान यह कहना शुरू कर दिया था कि वह जीविका दीदी को तीस हजार रुपए देंगे। पर महिलाओं ने इस पर ध्यान दिया कि जहां से अभी मिल रहा, उसी पर अपने को केंद्रित किया जाए।

    मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत आने वाले समय में दो लाख रुपये मिलने की बात महिलाओं को खूब पसंद आया।

    वृद्धजन पेंशन बढ़कर 400 से 1100 रुपये करना

    इस चुनाव का जो परिणाम आया उसमें दूसरी सबसे बड़ी भूमिका वृद्धजन पेंशन योजना की राशि 400 रुपए से बढ़ाकर 1100 रुपए कर देने की रही।

    चुनाव के पहले ही वृद्धजन योजना पेंशन पर वृद्ध पुरुष व महिलाएं यह कहती दिखीं कि अपना बेटा भी सौ रुपया देने में सोचता है। वहीं नीतीश कुमार तो 1100 रुपए दे रहे।

    अगर पति-पत्नी हैं तो एक घर में 2200 रुपए आ जा रहा। जाे दे रहा है उसका तो ध्यान रखेंगे ही। वृद्धों की बड़ी संख्या इस वजह से नीतीश कुमार के साथ दि्खा और परिणाम भी दिखा।

    125 यूनिट मुफ्त बिजली ने NDA को चमकाया

    चुनाव घोषणा के ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह निर्णय लिया कि सभी तरह के घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी।

    यह सुविधा भी तत्काल प्रभाव से चुनाव के पहले लागू हो गई। इसका सभी तरह के वोटर चाहे वह ग्रामीण हो या शहरी सभी पर असर दिखा। यह वोट में कन्वर्ट हुआ।

    जंगल राज की याद और कट्टा वाली बात

    इस चुनाव में भी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री सहित एनडीए के सभी स्टार प्रचारकों ने लालू-राबड़ी के दौरान बिहार में जो विधि-व्यवस्था थी, उसे खूब याद दिलाया।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से उस कट्टा वाले ऑडियो-वीडिया की बात की, जिसमें यह दिखाया गया था कि अगर तेजस्वी आते हैं तो किस तरह से गोली चलेगी।

    इसका नई पीढ़ी के साथ-साथ पुरानी पीढ़ी के वोटरों पर खूब प्रभाव पड़ा।

    नीतीश के सुशासन पर भरोसा


    इस चुनाव में गेम चेंजर के रूप में एक बड़ा फैक्टर लोगों के बीच नीतीश कुमार के सुशासन पर भरोसा रहा। लोगों ने कहा कि सड़क बनी, बिजली मिली. नौकरी भी बहुत हद तक हासिल हुआ।

    यह नीतीश कुमार के शासन की वजह से हुआ। नीतीश कुमार की शासन की वजह से ही यह संभव हो पाया।