Bihar Politics: ज्ञानवापी विवाद पर बिहार एनडीए दो फाड़: दो मंत्री आमने-सामने, सीएम नीतीश कुमार बोले- नो कमेंट
ज्ञानवापी विवाद मामले की आंच अब बिहार पहुंच गई है। यहां की सियासत में गरमाहट आ गई है। वैसे तो सीएम नीतीश कुमार ने मामले में कुछ भी नहीं कहा लेकिन डिप्टी सीएम रेणु देवी और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खां ने परस्पर विरोधी बयान दिए हैं।
पटना, आनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के काशी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने के दावे के बाद बिहार में भी सियासत गर्म हो गई है। सूबे के मुखिया नीतीश कुमार (Mukhyamantri Nitish Kumar) ने इस मामले पर पूछे गए प्रश्न को टाल दिया। कहा कि इस मुद्दे पर उनकी राय की जरूरत नहीं है। लेकिन बिहार में एनडीए (Bihar NDA) इस मुद्दे पर दो फाड़ होता दिख रहा है। एक ओर हैं डिप्टी सीएम रेणु देवी (Deputy CM Renu Devi) तो दूसरी ओर हैं जदयू नेता व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान (Minister Zama Khan)। रेणु देवी का कहना है जो सच्चाई है वह सामने आना ही चाहिए। वहीं जमां खान के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं हो जिससे भाईचारे पर असर हो।
ऐसा काम नहीं हो जिससे बिगड़े देश का माहौल
गुरुवार को पत्रकारों से बाचीत में मंत्री जमा खान ने कहा कि जदयू हर समुदाय को साथ लेकर चलने वाला दल है। हमारी पार्टी सबको साथ लेकर संविधान के अनुसार चलने की बात करती है। ऐसे में कोई भी ऐसा काम नहीं होना चाहिए जिससे सद्भाव बिगड़े। किसी समुदाय विशेष को ठेस पहुंचे ऐसा काम नहीं होना चाहिए। इस देश को बनाने में हमारे पूर्वजों ने काफी संघर्ष किया है। सभी धर्म-समुदाय के लोगों ने मिलकर इस हिंदुस्तान को बनाया है। इसलिए यहां सद्भाव और भाईचारे से सभी रहें।
जो सच्चाई है, उसे सामने लाना ही चाहिए
इधर उपमुख्यमंत्री रेणु देवी की राय इतर हैं। उनका कहना है कि इससे देश का माहौल नहीं बिगड़ेगा। भूली-बिसरी संस्कृति सामने आती है तो उसकी रक्षा करनी ही चाहिए। लाेगों को चाहिए कि अपनी संस्कृति और विरासत को शिखर पर ले जाएं। तल्ख लहजे में डिप्टी सीएम ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति करने की जगह अपनी संस्कृति को बचाने की जरूरत है। जो सत्य है वह है। सच सबके सामने आना ही चाहिए।