बिहार महिलाओं के लिए कितना सुरक्षित? महाराष्ट्र, एमपी, यूपी और बंगाल की तुलना में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े
NCRB Report बिहार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध राष्ट्रीय औसत से आधा से भी कम है। उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल तेलंगाना राजस्थान ओडिसा मध्य प्रदेश महाराष्ट्र एवं असम में महिलाओं के विरुद्ध अपराध अधिक हैं। एनसीआरबी की 2021 की रिपोर्ट इस ओर संकेत करती है।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार की अपेक्षा उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, राजस्थान, ओडिसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं असम में महिलाओं के विरुद्ध अपराध अधिक हैं। बिहार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध राष्ट्रीय औसत से आधा से भी कम है। एनसीआरबी की 2021 की रिपोर्ट इस ओर संकेत करती है। नई रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के विरुद्ध अपराध दर का राष्ट्रीय औसत 64.5 प्रतिशत है, जबकि बिहार में यह दर आधी से भी कम 30.2 प्रतिशत है। बिहार में वर्ष 2020 की तुलना में दहेज हत्या, दुष्कर्म, दुष्कर्म के प्रयास और छेड़खानी की घटनाओं में भी कमी दर्ज की गई है। महिलाओं के विरुद्ध होने वाले कुल कांडों में बिहार का नौवां स्थान है।
- - एनसीआरबी की रिपोर्ट में हत्या, अपहरण जैसे गंभीर कांडों में भी आई कमी
- - बिहार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामले भी पहले से घटे
बड़ी आपराधिक घटनाओं में भी आई कमी
इसके अलावा बिहार में हत्या, फिरौती के लिए अपहरण, दंगा-फसाद समेत बड़ी आपराधिक घटनाओं के मामले में कमी आई है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर हत्या के मामले में बिहार का आठवां था जो वर्ष 2021 में 12वां हो गया है। डकैती के मामले में वर्ष 2020 में बिहार का स्थान 11वां था जो वर्ष 2021 में 12वां हो गया है। फिरौती के लिए अपहरण मामले में वर्ष 2020 में बिहार 12वें स्थान पर था जबकि वर्ष 2021 में 22वां स्थान है। दंगा-फसाद के मामले में तीसरा स्थान था जो वर्ष 2021 में छठा हो गया है।
महिलाओं के विरुद्ध वर्ष 2021 में दर्ज अपराध
राज्य कुल कांड
उत्तर प्रदेश 56,083
राजस्थान 40,738
महाराष्ट्र 39,526
पश्चिम बंगाल 35,884
ओडिसा 31,352
मध्य प्रदेश 30,673
असम 29,046
तेलंगाना 20,865
बिहार 17,950
बिहार में महिला अपराध में आई कमी
शीर्ष 2020 2021
दुष्कर्म के साथ हत्या 03 00
दहेज हत्या 1046 1000
दुष्कर्म 806 786
दुष्कर्म का प्रयास 69 63
छेड़खानी 584 387