काहे उजाड़ी मोरी नींद कन्हैया..
रविवार की शाम संगीत प्रेमियों के लिए बेहद खास रही
पटना। रविवार की शाम संगीत प्रेमियों के लिए बेहद खास रही। संगीत सुधि प्रेमियों को आनंदित करने के लिए नवरस स्कूल ऑफ परफॉर्मिग आटर््स की ओर से फेसबुक लाइव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शास्त्रीय संगीत में चार चांद लगाने के लिए रामपुर सहसवान घराने से संबंध रखने वाले शास्त्रीय गायक प्रसाद खापड़े ने घराने के बंदिशों को पेश कर कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
लाइव कार्यक्रम के दौरान गायक ने नवरस स्कूल की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोना काल में घर बैठे लोगों को आनंदित करने के लिए स्कूल के डॉ. अजीत प्रधान की अहम भूमिका रही है। हम जैसे कलाकारों को संक्रमण काल में मंच देना बड़ी बात होती है। कार्यक्रम की शुरुआत गायक ने राग केदार से की। उन्होंने राग केदार विलंबित ख्याल में 'सिख हो छल बल..' पेश कर सभी का दिल जीता। इसके बाद दु्रत बंदिश में 'जिनकी लगन राम सो लागी..' बयां कर श्रोताओं का मन मोह लिया। जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे की ओर बढ़ता जा रहा गायक अपनी गायिकी से सभी का दिल जीतने में लगे थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने राग सुहा सुघराही में 'तू है ममदासा दरबार..' इसके बाद राग सोहनी में 'काहे उजाड़ी मोरी नींद कन्हैया..' प्रस्तुत कर समारोह को यादगार बना दिया। कार्यक्रम को जीवंत बनाने में संगत कलाकारों का भी योगदान रहा। संगत कलाकारों में हारमोनियम पर दनेश्वर सोनवाने, तबले पर गौरव तांबे, तानपुरा पर आस्था मंडले, रूशिकेश ने उम्दा प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को यादगार बना दिया। लाइव कार्यक्रम के दौरान संगीत प्रेमियों ने गायिकी का भरपूर आनंद उठाया।