SSC PAPER LEAK मामले में CBI की बड़ी कार्रवाई, बिहार सहित देशभर में छापे
एसएससी की ऑनलाइन स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत बिहार में भी छापेमारी की गयी है। क्या है मामला, जानिए।
पटना [जेएनएन]। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की अगस्त, 2017 और फरवरी, 2018 में ऑनलाइन हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक हो गए थे। इस मामले में सीबीआइ ने 22 मई को एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत दिल्ली, नोएडा, शिमला, जयपुर, मुंबई, चेन्नई साथ बिहार के पटना, पूर्णिया व जहानाबाद आदि शहरों में भी छापेमारी की गयी है।
इस परीक्षा में आठ हजार पदों के लिए देश के 31 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे। टीयर-1 परीक्षा के माध्यम से लगभग 1.90 लाख परीक्षार्थी टीयर-2 परीक्षा के लिए चुने गए थे।लेकिन, पेपर लीक का पता चलने के बाद छात्रों का दिल्ली सहित देशभर में प्रदर्शन हुआ था। इसके बाद एसएससी ने सरकार को सीबीआइ जांच की सिफारिश करते हुए जांच तक रिजल्ट पर रोक लगा दी थी।
दो आरोपित बिहार के
विदित हो कि एसएससी पेपर लीक मामले में सीबीआइ की एफआइआर में नामजद 17 आरोपितों में दो शंभु कुमार (जहानाबाद) और पवन कुमार (पूर्णिया) बिहार के हैं। उक्त दोनों आरोपितों व उनसे जुड़े लोगों की तलाश में सीबीआइ ने बिहार में उनके ठिकानों पर छापेमारी की है।
चार-पांच अन्य की भी तलाश
जानकारी के अनुसार, सीबीआइ ने सभी आरोपितों के खिलाफ आइटी एक्ट व प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट तथा आइपीसी की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज किया है। पटना में सीबीआइ को दो नामजद आरोपितों के साथ चार-पांच अन्य लोगों की भी तलाश है, जिन्होंने सेटिंग की या पेपर बेचे थे। नामजद आरोपितों ने भी पेपर खरीदे और दूसरे लोगों को बेचे थे।
ऐसे हुआ था पेपर लीक
सीबीआइ जांच में पता चला है कि घोटाले में नोएडा की कुछ निजी सॉफ्टवेयर कंपनियों के हाथ हैं। परीक्षा के लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर को हैक कर हैकर परीक्षार्थी के पेपर को बदल देते थे। परीक्षा केंद्रों से कुछ परीक्षार्थियों ने स्क्रीन शॉट लेकर पेपर लीक किया था। ऐसे एक करीब एक दर्जन परीक्षार्थी मिले हैं, जिनके मोबाइल से पेपर लीक हुआ था। सीबीआइ छापेमारी में घोटाला से जुड़े कई दस्तावेज और कंप्यूटर बरामद किए गए है।
जांच के लिए हुआ था आंदोलन
एसएससी की संयुक्त स्नातक स्तीय (टीयर-2) परीक्षा की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर परीक्षार्थियों ने आंदोलन किया था। बीते 17 फरवरी से एसएससी के दिल्ली स्थित सीजीओ कॉम्पलेक्स के दफ्तर के सामने कई दिनों तक विरोध-प्रदर्शन का दौर चला था। इसके बाद एसएससी ने जांच पूरी हाने तक परीक्षा परिणाम रोक दिया था। अब सीबीआइ ने जांच शुरू कर दी है।