राष्ट्रीय डेंगू दिवस: रहें सावधान! आने वाला है हड्डी तोड़ बुखार, साफ पानी भी बन सकता है खतरा, जानें
डेंगू का मौसम फिर आने वाला है। एक सिविल सर्जन ने बताया कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है इसलिए घर-आसपास इसे जमा नहीं होने दें। जानें कैसे बचा जा सकता है इस बीमारी से।
पटना, जेएनएन। हड्डी तोड़ बुखार के नाम से कुख्यात डेंगू का मौसम फिर आने वाला है। वर्ष 2019 में पटना में प्रदेश में सबसे अधिक 642 लोग इसकी चपेट में आए थे। इसमें से 233 लोग महज 10 दिन में राजधानी में हुए जलजमाव के दौरान सामने आए थे। शेष 409 मरीज जनवरी से सितंबर माह तक चिह्नित किए गए थे। हालांकि, एक भी केस जानलेवा ब्रेन हैमरिक या शॉक सिंड्रोम का नहीं था। डेंगू के गत वर्ष के कहर को देखते हुए पटना के मलेरिया पदाधिकारी डॉ. शंभू शरण सिंह ने जागरूकता और बचाव के उपाय शुरू कर दिए हैं।
आसपास न जमने दें पानी
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी के अनुसार डेंगू से बचाव के लिए आमलोगों को सजग होना होगा। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है इसलिए घर या आसपास कहीं भी इसे जमा नहीं होने दें। वहीं मलेरिया पदाधिकारी ने कहा कि अभी तक डेंगू का एक भी केस सामने नहीं आया है। इससे निपटने के लिए शहरी क्षेत्र में नगर निगम जलजमाव नहीं होने दे और फॉगिंग कराए, इस बाबत पत्र लिखा जाएगा। वहीं प्रखंडों में सभी पीएचसी प्रभारी के माध्यम से ब्लीचिंग पाउडर और चूने का छिड़काव कराने के साथ आमजन को जागरूक करने वाले हैंडबिल वितरित किए जा रहे हैं।
एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगू
डेंगू एडीज इजिप्ट मच्छर के काटने से होता है। मच्छर के काटने के करीब पांच दिन बाद लक्षण दिखते हैं। एडीज मच्छर गर्म से गर्म माहौल में भी जिंदा रह सकता है।
डेंगू बुखार के लक्षण
ठंड के साथ तेज बुखार, सिर, आंखों, मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द, कमजोरी, भूख न लगना, चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल चकत्ते आदि।
तीन प्रकार का होता है डेंगू
सामान्य या क्लासिकल- बुखार के साथ तेज दर्द, और शरीर पर दाने लेकिन यह चार से पांच दिन में बिना दवा ठीक हो जाता है। कुछ लोगों को सामान्य दवाएं दी जाती हैं।
डेंगू हैमरेजिक- यह खतरनाक होता है और प्लेटलेट और व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या कम हो जाती है। नाक और मसूढ़ों से खून आना, शौच या उल्टी में खून आना या स्किन पर गहरे नीले-काले रंग के चकते जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
डेंगू शॉक सिंड्रोम- इसमें मरीज धीरे-धीरे होश खोने लगता है। बीपी और नब्ज की गति कम हो जाती है। तेज बुखार के बावजूद स्किन ठंडी लगती है।
कैसे और कब होता है डेंगू- डेंगू वाहक मादा एडीज मच्छर ज्यादातर दिन खासकर सुबह काटते हैं। जुलाई से अक्टूबर के बीच ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। एडीज मच्छर 3 फीट से ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता है।
रोकथाम को क्या करें
- घर के आसपास पानी जमा नहीं होने दें।
- गड्ढों को मिट्टी से भर दें, रुकी हुई नालियों को साफ करें।
- पानी जमा होने से नहीं रोक पाएं तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन डालें।
- कूलर का पानी निकाल कर सात दिन में एक बार उसे सुखाएं।
- घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें।
- पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद रखें।