सोशल मीडिया पर छाए मोदी, टॉप पर रही रैली
सोशल मीडिया को अगर पैमाना माने तो प्रधानमंत्री की बिहार यात्रा सुपरहिट कही जा सकती है। शनिवार को सोशल मीडिया पर दिन भर उनकी यह यात्रा, विशेषकर मुजफ्फरपुर की परिवर्तन रैली छाई रही।
पटना [प्रदीप]। सोशल मीडिया को अगर पैमाना माने तो प्रधानमंत्री की बिहार यात्रा सुपरहिट कही जा सकती है। शनिवार को सोशल मीडिया पर दिन भर उनकी यह यात्रा, विशेषकर मुजफ्फरपुर की परिवर्तन रैली छाई रही। मोदी समर्थकों ने हैशटैग मोदी इन बिहार से प्रतिक्रियाएं दीं, जबकि विरोधियों ने हैसटैग गप्पू इन बिहार से अपनी भड़ास निकाली।
तीन हैसटैग के जरिए लाखों लोगों के बीच रैली और मोदी छाए रहे। ट्विटर पर रैली के नाम से चल रहा हैसटैग टॉप लेवल पर ट्रेंड करता रहा। मोदी समर्थकों और विरोधियों के बीच इस दौरान ट्वीट वार भी खूब चला। दोनों ने अलग-अलग हैसटैग से एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला।
हैसटैग परिवर्तन रैली (#parivartanrally) सुबह से ही ट्विटर पर ट्रेंड करती रही। शाम तक 1,67,81,019 लोगों की रीच के साथ यह देश में तीसरे नंबर पर ट्रेंड करती रही। रैली से संबंधित ट्वीट की पहुंच सवा तीन करोड़ यूजर्स तक रही। कुछ मोदी समर्थकों ने रैली स्थल से ही लाइव ट्वीट का दावा किया। मोदी की बिहार यात्रा पर दो अन्य हैसटैग भी छाए रहे।
मोदी समर्थकों ने हैसटैग मोदी इन बिहार (#ModiinBihar) के साथ जमकर ट्वीट किया, जबकि विरोधियों की ओर से हैसटैग गप्पू इन बिहार (#gappuinbihar) से प्रतिक्रियाएं आईं। मोदी के समर्थन में बिहार के विकास का मुद्दा छाया रहा, जबकि विरोधी जमीनी तौर पर अब तक विकास की कोई खास बात न होने का आरोप लगाते रहे।
मोदी के भाषण से युवाओं को रोजगार, 24 घंटे बिजली, वित्त आयोग से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये, इंफ्रास्ट्रक्चर और कृषि के क्षेत्र में विकास सबसे अधिक पसंदीदा टॉपिक रहा। इन विषयों पर सबसे अधिक ट्वीट किए गए। शाम तक हैसटैग मोदी इन बिहार 3026242 रीच और 5663195 तक की पहुंच पर रहा जबकि हैसटैग गप्पू करीब 49 हजार रीच और डेढ़ लाख तक की पहुंच पर ट्रेंड करता रहा।
नरेंद्र मोदी के विरोधियों ने भी हैसटैग गप्पू इन बिहार के जरिए जमकर निशाना साधा। मोदी ने जैसे ही कहा केंद्र में जिसकी सरकार है उसकी बिहार में बनेगी तो विकास तेज होगा, इस पर विरोधियों ने जमकर हमला बोला।
मोदी पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पोस्टर और हाल की घटनाओं की फोटो के साथ ट्वीट किए गए। अमितकेजैन ट्विटर हैंडल से मोदी को गैर भाजपाई मुख्यमंत्री वाले प्रदेश में जबरन कब्जा करने की बात कही गई। वहीं विनीत एस हैंडल से राजनीतिक द्वेष के कारण दिल्ली का विकास रोकने का आरोप लगाया गया।
पुराने वादों पर घिरे मोदी
ट्विटर पर चली जंग में यूजर्स ने नरेंद्र मोदी सरकार के 14 महीनों के कार्यकाल और उनके प्रमुख वादों पर खूब टिप्पणी की गई। एएन-श्रीवास्तव हैंडल से मोदी पिछले एक साल से ध्यान न देने का आरोप लगाया गया। यूजर ने कहा, विधानसभा चुनाव आते ही मोदी बिहार के अपने मंत्रियों की बात भुनाने लगे, लेकिन इनका कोई मंत्री कुछ दिनों पीछे जाए तो प्रदेश में दिखती भी नहीं था। इसी तरह 50 हजार करोड़ रुपये न देने और एक हजार करोड़ नेशनल हाईवे रेनोवेशन के बकाए पर भी खूब ट्वीट किए गए।