बिहार में उन्मादी हिंसा पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नालंदा का जिला परिषद सदस्य गिरफ्तार
बिहार में उन्मादी हिंसा पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई। नालंदा का जिला परिषद सदस्य गिरफ्तार। पहले से लूट रंगदारी व मारपीट के आठ मामले हैं दर्ज।
नालंदा, जेएनएन। बिहार में इन दिनों अचानक उन्मादी हिंसा बढ़ गई है। कहीं बच्चा चोर तो कहीं मोबाइल चोर के नाम पर भीड़ लोगों की पीट रही है और हत्या तक कर दे रही है। शनिवार को ऐसे ही एक उन्मादी हिंसा मामले में नालंदा के जिला परिषद विमल पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हालांकि यह मामला इसी साल जनवरी का है। इसमें हत्या के बाद उन्मादी हिंसा फैलाने को लेकर पुलिस विमल पासवान की तलाश में जुटी थी। शनिवार को इसमें पुलिस को सफलता मिली। पुलिस की इस कार्रवाई से इन दिनों उन्मादी हिंसा (मॉब लिंचिंग) फैलाने वालों में भी दहशत होगी।
दरअसल, एक जनवरी, 2019 की रात दीपनगर थाना क्षेत्र में मघड़ा गांव के पास काकोबिगहा गांव में राजद नेता इंदल पासवान की हत्या के बाद हुई उन्मादी हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित व जिला परिषद सदस्य विमल पासवान को देवीसराय से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
विदित हो कि राजद नेता इंदल पासवान की हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने तीन लोगों के घर में जमकर तोडफ़ोड़ की और एक घर में आग लगा दी थी। भीड़ ने संटी मालाकार (38) और रंजन यादव (18) को मौके पर ही पीट-पीटकर मार डाला था। वहीं तीसरे चुन्नी लाल को गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन मामलों में दर्ज अलग-अलग प्राथमिकी में जिला परिषद सदस्य विमल पासवान को मुख्य आरोपित बनाया गया था।
दीपनगर थानाध्यक्ष धमेंद्र कुमार ने बताया कि विमल पर दीपनगर व लहेरी थाना में लूट, रंगदारी, अवैध बालू खनन, शराब की तस्करी व मारपीट के आठ मामले पहले से ही दर्ज हैं। वहीं गिरियक अंचल के इंस्पेक्टर शेर ङ्क्षसह यादव ने बताया कि इस मामले में 29 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। जिनमें से फरार चल रहे 20 आरोपियों के खिलाफ जल्द ही कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप