हाजीपुर जेल कैदी हत्याकांड: सोना लूट के सरगना ने रची थी साजिश, जेलकर्मी ने पहुंचाई थी पिस्टल
वैशाली पुलिस ने जेल में बंद विचाराधीन कैदी मनीष कुमार उर्फ नेताजी उर्फ मनीष तेलिया हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। जेल में बंद सोना लूट गिरोह का सरगना ने रची थी साजिश।
हाजीपुर, जेएनएन। वैशाली पुलिस ने जेल में बंद विचाराधीन कैदी मनीष कुमार उर्फ नेताजी उर्फ मनीष तेलिया हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। तेलिया की हत्या देश के अलग-अलग हिस्से में लूटे गए सोने को व्यवसायियों के हाथों बेचकर उसका पैसा पचा जाने के कारण की गई है। तकनीकी अनुसंधान, जेल में लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच और हत्या के तुरंत बाद आरोपित राजा और अन्नु सिंह से हुई पूछताछ में इस लोमहर्षक हत्याकांड पर से पर्दा उठ उठ गया।
मनीष उर्फ तेलिया हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता सोना लुटेरा गिरोह का सरगना और बेउर जेल में बंद नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र के चिश्तीपुर का रहने वाला ईश्वरी प्रसाद का पुत्र सुबोध सिंह है। इस साजिश में समस्तीपुर जिले के वारिसनगर थाना क्षेत्र के शेखोपुर के रहने वाले अमरेन्द्र प्रसाद सिंह के पुत्र व बेउर जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ राजू उर्फ पुल्लु, हाजीपुर जेल में बंद हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के सीढ़ी घाट अंदर किला मोहल्ले के रहने वाले प्रमोद सिंह का पुत्र अन्नु सिंह, वैशाली जिले के बिदुपुर थाना क्षेत्र के मंझौली गांव निवासी रामचंद्र चौधरी का पुत्र कुंदन कुमार और उसका भाई चंदन कुमार शामिल थे। चंदन के माध्यम से राजा को मनीष तेलिया की हत्या के बदले 10 लाख रुपये मिलने वाले थे।
जेल में बंद चंदन इतना शातिर बताया जाता है कि उसने ही दो लाख रुपये का लालच देकर जेल कर्मी राजकुमार को पटाया और उसके माध्यम से नाइन एमएम की पिस्टल जेल के अंदर मंगवाकर राजा को उपलब्ध कराया। पिस्टल के जेल के अंदर पहुंच जाने के बाद जेलकर्मी राजकुमार को दो लाख रुपये दिए गए थे। उसके पास से पुलिस ने रुपये बरामद कर लिये हैं। हत्या के आरोपित राजा की निशानदेही पर हत्याकांड में इस्तेमाल की गई नाइन एमएम पिस्टल को जेल के वार्ड नंबर छह के दक्षिण-पश्चिम कोने पर चारदीवारी से सटे केले के पेड़ के नीचे से बरामद कर लिया गया था।