सर्विस बुक अपडेट कराने के नाम पर आरक्षियों को नचवाते थे मुंशी
डेंगू से महिला आरक्षी की मौत के बाद सिपाहियों के विद्रोह मामले शनिवार को नया खुलासा हुआ। महिला सिपाहियों ने मुंशी पर फिल्मी गीतों पर नचवाने के साथ डीएसपी से समझौता करने के दबाव का आरोप लगाया।
पटना [जेएनएन]। न्यू पुलिस लाइन में तैनात आरक्षी सविता कुमारी पाठक की बीमारी से मौत के बाद महिला सिपाहियों पर किए जाने वाले अत्याचार की फेहरिस्त में नया मामला जुड़ गया है। शनिवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषा विद्यार्थी से मिलने पहुंची आरक्षियों ने सनसनीखेज खुलासे किए। महिला सिपाहियों ने तस्वीरें मुहैया करा छोटे-छोटे काम के लिए नचवाने से लेकर लाइन डीएसपी से समझौता करने के दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
करीब 10 से 15 की संख्या में पहुंची आरक्षियों ने महिला आयोग की सदस्य ऊषा विद्यार्थी के सामने शिकायतों की झड़ी लगा दी। बताया कि नौकरी के नाम पर उनके साथ क्या-क्या किया जाता था। सर्विस बुक तैयार करने व अन्य छोटे-छोटे काम कराने के लिए थाने के मुंशी उनको फिल्मी गीतों पर नचवाते थे। इसके लिए उन्हें अपने रूम में भी बुलाया जाता था। आरक्षियों ने कहा कि ये काफी दिनों से चल रहा था। डर की वजह से हम अपना मुंह नहीं खोल पा रहे थे।
डीएसपी से समझौता करने का बनाया जा रहा दबाव
महिला आरक्षियों की शिकायतों का दौर यहीं नहीं थमा। उन्होंने कहा कि हम लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस एसोसिएशन के लोग कह रहे हैं कि लाइन डीएसपी मो. मसलेहउद्दीन से समझौता करलो। जो आरोप लगाएं हैं उन्हें वापस ले लो। सिपाहियों ने महिला आयोग से कहा कि हमारे साथ बुरा बर्ताव किया गया और विरोध जताने पर हमें ही बर्खास्त कर दिया गया। हमें भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाए।