ठोस सुबूत हासिल करने में आड़े आई मुंबई पुलिस
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच करने मुंबई भेजी गई पुलिस टीम कोई ठोस सुराग हासिल नहीं कर सकी
पटना। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच करने मुंबई भेजी गई पुलिस टीम कोई ठोस सबूत हासिल नहीं कर सकी। पटना पुलिस के अधिकारियों को एक तो मुंबई पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया, वहीं दूसरी तरफ बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा क्वारंटाइन किए जाने के डर से पटना की टीम ने जांच बीच में ही रोक दी।
मुंबई पुलिस का साथ नहीं मिलने की वजह से पटना पुलिस सिर्फ 10 लोगों का बयान, बैंक स्टेटमेंट और कॉल डिटेल तक ही हासिल कर सकी। उन चार मुख्य गवाहों तक पटना पुलिस पहुंच भी नहीं सकी, जो वारदात के दिन घटनास्थल पर मौजूद थे।
जांच से जुड़े पटना पुलिस के एक पुलिस अधिकारी बताते हैं कि 28 जुलाई की शाम बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। वहां एक सिपाही भी बोलने को तैयार नहीं था। कुछ भी पूछने पर मुंबई पुलिस के अधिकारी उठकर चले जाते थे। इसके बाद पटना की टीम चार भाग में बंट गई। एक अधिकारी को बैंक भेजा गया, दूसरे सुशांत के सभी करीबियों का पता जुटाने लगे। तीसरे अधिकारी कागजी कार्रवाई पूरी करने जबकि चौथे मुंबई पुलिस से संपर्क करने में जुटे थे। मुंबई पुलिस भी अपना काम रोककर पटना पुलिस की जांच किस दिशा में जा रही, यही पता करने में लगी रही। पटना पुलिस को भी इस बात का एहसास था कि उनपर कोई नजर रख रहा है। कुछ गवाहो से पूछताछ के बाद उनको मुंबई पुलिस का फोन भी गया था कि पटना पुलिस क्या पूछताछ की है।
आखिरी दो दिन में मुंबई पुलिस को दिया चकमा
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बताया कि दो अगस्त की रात 11 बजे तक सब कुछ सही चल रहा था। उनकी टीम दिपेश, सिद्धार्थ सहित चार लोगों से पूछताछ करने वाली थी। सभी का पता और मोबाइल नंबर भी मिल गया था। ये चारों ऐसे गवाह थे, जो घटनास्थल पर मौजूद थे। इनसे ही पता चलता कि 14 जून को सुशांत को फंदे से लटकते पहले कौन देखा। लेकिन उसी रात सिटी एसपी को जबरन क्वारंटाइन कर दिया गया। इसके बाद पटना पुलिस ने अगले दिन तक मुंबई पुलिस को चकमा देने के लिए अपना वेश बदलने के साथ गेस्ट हाउस भी बदल दिया। इस दौरान पटना पुलिस को मुंबई में पहले से मौजूद कुछ लोग मदद कर रहे थे।
रिया के खिलाफ ठोस सुबूत की थी तलाश
पटना पुलिस को जानकारी मिली कि रिया बांद्रा पुलिस स्टेशन से 500 मीटर की दूरी पर अपने परिवार के साथ रह रही है। लेकिन पुलिस उस तक पहुंचने से पहले कुछ ठोस सुराग हासिल कर लेना चाहती थी। इस बीच पुलिस ने सुशांत के दोनों मोबाइल नंबर हासिल कर लिये थे और इनके की गई वाट्सएप कॉल की जानकारी हासिल करने में जुट गई थी।