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बिहार की हस्तशिल्प कलाकृतियों का लोहा मान रही मुंबई, लोक संस्कृति का दीवाना हुआ शहर

छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि महाराष्ट्र में पहली बार बिहार हस्तशिल्प कलाकृतियों की खुशबू फैल रही है। मुंबई के काला घोड़ा आट्र्स फेस्टिवल में बिहार अपनी धमक दिखा रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 10:05 AM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 08:41 PM (IST)
बिहार की हस्तशिल्प कलाकृतियों का लोहा मान रही मुंबई, लोक संस्कृति का दीवाना हुआ शहर
बिहार की हस्तशिल्प कलाकृतियों का लोहा मान रही मुंबई, लोक संस्कृति का दीवाना हुआ शहर

पटना, जेएनएन। महाराष्ट्र में बिहार की धमक तो पहले से ही है अब सांस्कृतिक रूप से पहली बार राज्य की हस्तशिल्प कलाकृतियों की खुशबू फैल रही है। मुंबई के काला घोड़ा आट्र्स फेस्टिवल की शुरुआत हो चुकी है। इस मौके पर विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति के साथ बिहार की कलाएं भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। एक फरवरी से नौ फरवरी तक चलने वाले उत्सव का उद्घाटन बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने किया।

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देश-विदेश में बढ़ेगी मांग

मंत्री श्याम रजक ने कहा कि इस नौ दिवसीय आयोजन में बिहार की सिक्की, सुजनी, टिकुली, एप्लिक-कशीदा, काष्ठ कला, पाषाण शिल्प और जूट कला को भी प्रदर्शित किया गया है। मंत्री ने कहा कि इस आयोजन के बाद बिहार के हस्तशिल्प एवं हैंडलूम की मांग देश-विदेश में और बढ़ेगी।

'अंबापाली इम्पोरियम' का कराया गया पुनर्निर्माण

मंत्री ने कहा कि दिल्ली के बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर चार करोड़ की लागत से विशाल एवं भव्य 'अंबापाली इम्पोरियम' का पुनर्निर्माण कराया गया है। वहीं पटना के बिहार म्यूजियम में हस्तशिल्प एवं हैंडलूम का बिक्री केंद्र खुला है। बिहार दिवस के मौके पर पटना के फ्रेजर रोड स्थित बिहार राज्य वित्तीय निगम के भवन में 'हैंडलूम एवं हैंडक्राफ्ट' का निर्माण कराया जा रहा है। इसका उद्घाटन 22 मार्च को होगा।

उद्योग के लिए बिहार का माहौल सही

मंत्री ने मेले में उद्योगपतियों से बात करते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था, बिजली, सड़क की स्थिति ठीक है। वहीं उद्योग लगाने के लिए बिहार का माहौल सही है। सरकार की ओर से मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना के साथ अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना आरंभ की गई है। इसके लिए युवाओं को वित्तीय सहायता के रूप में 10 लाख रुपये दी जा रही है। 50 फीसद राशि अनुदान के रूप में है और शेष राशि ब्याज मुक्त ऋण रूप के रूप है।

बिहार के हस्तशिल्प को नई पहचान देगा महोत्सव

उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि मुंबई में आयोजित शिल्प महोत्सव बिहार के हस्तशिल्प को नई पहचान देगा। यह आयोजन बिहार की शिल्प कला के लिए बेहतर संकेत है। उद्घाटन के मौके पर बिहार के निवेश आयुक्त रविशंकर श्रीवास्तव, उद्योग निदेशक पंकज कुमार सिंह, उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा मौजूद थे।


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