मौत के मुंह से तीन बेटियों को बचा चौथी पुत्री के साथ ट्रेन से कटी मां
पटना में सोमवार को दर्दनाक हदसा हो गया। यहां मां-बेटी की ट्रेन से कटकर मौत हो गई।
पटना, जेएनएन। पटना में सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया। इस्लामपुर स्थित मायके से मेहंदीगंज के दलदलीगंज मोहल्ला स्थित पति के घर जा रही नीतू देवी रेल ट्रैक पार करने के दौरान सोमवार को ट्रेन की चपेट में आ गई। गुलजारबाग रेलवे स्टेशन के समीप विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आने से नीतू और उसकी एक बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दूसरी पुत्री जख्मी हो गई। सास के साथ चल रही दो अन्य पुत्री सुरक्षित है। जख्मी बच्ची को गंभीर अवस्था में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया।
बेटे के घर जा रही थी मां
घटना के संबंध में नीतू की सास चमेली देवी ने बताया कि इस्लामपुर के चंधरिया गांव से बहू अपनी चारों बेटियों के साथ मेहंदीगंज स्थित दलदलीगंज में रहने वाले बेटा राकेश साव के घर आ रही थी। इस्लामपुर पैसेंजर से उतरने के बाद गुलजारबाग स्टेशन से रेल ट्रैक पर दो बच्ची मेहंदीगंज गुमटी की ओर बढ़ने लगी। इसी दौरान अचानक विक्रमशिला एक्सप्रेस को सामने से आता देख दोनों बेटियों को बचाने के दौरान नीतू ट्रेन की चपेट में आ गई।
इलाज के लिए पीएमसीएच में कराया गया भर्ती
नीतू ने प्रयास कर एक बेटी सोनी को तो बचा लिया, लेकिन दूसरी बेटी सोनल के साथ स्वयं भी ट्रेन की चपेट में आ गई। वहीं दुर्घटना में घायल पुत्री सोनी को इलाज के लिए एनएमसीएच ले जाया गया। जहां से डॉक्टरों ने पीएमसीएच भेज दिया। सूचना पाकर पहुंची मेहंदीगंज जीआरपी मां-बेटी के शव को कब्जे में लेकर गुलजारबाग स्टेशन ले आई। दो बच्ची तीन वर्षीया मोनी व दो वर्षीया सलोनी को सास चमेली देवी के साथ सुरक्षित है। सास ने बताया कि दामाद वाहन चलाकर जीवकोपार्जन करता है। मां-बेटी की मौत से परिवार में मातम पसर गया। मोहल्ले के लोग भी इस घटना पर बेहद गमजदा थे। घटना की सूचना नीतू देवी के मायके वालों को भी दी गई है।