जंक्शन के पार्सल घर से एक करोड़ से अधिक की दवाएं जब्त, ट्रेन से लाई जा रही थी चांदी व गुटखा की खेप
पटना में इन दिनों बिना टैक्स वालीं दवाओं की खरीद-फरोख्त बढ़ गई है। सूचना मिलने पर केंद्रीय जीएसटी विभाग की टीम ने पटना जंक्शन के पार्सल घर में छापेमारी कर श्रमजीवी एक्सप्रेस के पार्सल वान से 48 कार्टन दवाएं जब्त कीं।
पटना, जेएनएन। राजधानी में इन दिनों बिना टैक्स वालीं दवाओं की खरीद-फरोख्त बढ़ गई है। बुधवार को सूचना मिलने पर केंद्रीय जीएसटी विभाग की टीम ने पटना जंक्शन के पार्सल घर में छापेमारी कर श्रमजीवी एक्सप्रेस के पार्सल वान से 48 कार्टन दवाएं जब्त कीं। बताया जा रहा कि व्यापारी दिल्ली या अन्य शहरों से ट्रेनों के ब्रेक या लीज वान में रखकर दवाओं को सीधे पटना जंक्शन तक ले आते हैं। इस तरह करोड़ों की टैक्स चोरी कर कारोबार किया जा रहा है।
सीजीएसटी से जुड़े अधिकारियों को मिली थी सूचना
सीजीएसटी से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि उन्हें श्रमजीवी एक्सप्रेस से बड़े पैमाने पर बिना टैक्स की दवाएं व चांदी के जेवर लाए जाने की सूचना मिली थी। सुबह जब उनकी टीम छापेमारी करने पहुंची तो प्लेटफार्म पर उतारकर रखी गईं दवाओं को जब्त कर लिया गया। इसी दौरान सूचना मिली कि श्रमजीवी एक्सप्रेस के ब्रेक वान में अभी और दवाएं रखी हैं, टीम को देखकर उसे उतारा नहीं गया। इसके बाद तत्काल ट्रेन रोकवाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक ट्रेन चल गई।
जानबूझकर रेल कर्मियों पर ट्रेन रवाना करने का आरोप
सीजीएसटी के अधिकारियों ने कहा, इस संबंध में रेल अधिकारियों से शिकायत की जाएगी। उनका आरोप था कि जानबूझकर रेल कर्मियों ने ही ट्रेन रवाना कर दी। जंक्शन पर 48 बड़े कार्टन में रखी गई दवाओं के जब कागजात मांगे गए, तब कोई भी कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया। काफी देर तक दवा के कारोबारी इधर-उधर करते रहे। अंत में सारी दवाओं को जब्त कर सीजीएसटी अपने साथ ले आई है। देर शाम तक कोई भी वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया। जांच के लिए औषधि विभाग की टीम को भी बुलाया गया है। ट्रेन से दवाएं किसे सप्लाई की जाने वाली थीं? ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।