आनंद मोहन के पास मिला था मोबाइल, सेवानिवृृत्त जेल अधीक्षक पर होगी कार्रवाई, दो और भी घेरे में
बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन के पास सहरसा जेल में मोबाइल मिलने के मामले में अब कार्रवाई शुरू कर दी गई है। रिटायर्ड हो चुके जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी पर विभागीय कार्यवाही चलेगी। इसके अलावा सहायक कारा महानिरीक्षक और सिवान के तत्कालीन जेल अधीक्षक भी जद में आए हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। सहरसा जेल में बंद पूर्व सांसद एवं बाहुबली आनंद मोहन (Ex MP Anand Mohan) के पास मिले मोबाइल फोन मामले में तत्कालीन अधीक्षक सुरेश चौधरी पर विभागीय कार्रवाई चलेगी। इसके अलावा उन पर आय से अधिक संपत्ति मामले का भी आरोप है। इसको लेकर उनके ठिकानों पर विशेष निगरानी इकाई गृह विभाग (SVU) ने कुछ माह पूर्व छापेमारी भी की थी जिसमें आय से एक करोड़ 59 लाख से अधिक की संपत्ति की जानकारी मिली थी। इसके अलावा तत्कालीन सहायक कारा महानिरीक्षक रूपक कुमार के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी। गृह विभाग (कारा) ने इससे जुड़ा संकल्प जारी कर दिया है। रूपक कुमार के पास एसवीयू की छापेमारी में आय से एक करोड़ 37 लाख से अधिक संपत्ति मिली थी।
सुरेश चौधरी रिटायर्ड तो रूपक कुमार हैं निलंबित
राज्य के मुख्य जांच आयुक्त को दोनों ही मामलों का संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। रूपक कुमार फिलहाल निलंबित हैं, जबकि सुरेश चौधरी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। दोनों आरोपितों से संचालन पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर बचाव में पक्ष रखने को कहा गया है। इसके अलावा बीमार कैदी को अस्पताल भेजने में देरी के आरोप में सिवान मंडल कारा के तत्कालीन अधीक्षक राकेश कुमार पर भी विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में सारण प्रमंडल के आयुक्त को संचालन पदाधिकारी बनाया गया है।
पूर्व सांसद के पास मिले थे चार मोबाइल फोन
सहरसा मंडल कारा के 23 अक्टूबर 2021 को तलाशी के दौरान सजायाफ्ता कैदी आनंद मोहन के पास से चार मोबाइल फोन और 1 चार्जर मिला था। इसके अलावा एक अन्य कैदी के पास से भी मोबाइल फोन पाया गया था। अगले ही महीने सहरसा जेल की तलाशी में दोबारा कई प्रतिबंधित सामान बरामद हुए थे। उस समय सुरेश चौधरी ही जेल अधीक्षक थे। सेवानिवृत्त हो चुके सुरेश चौधरी के खिलाफ अब पेंशन नियमावली के तहत विभागीय कार्रवाई चलाई जाएगी।