CM तक को धमकी दे चुके बाहुबली अनंत सिंह, डबल मर्डर में नहीं मिली जमानत
मोकामा के बाहुबलि निर्दलीय विधायक अनंत सिंह को हाईकोर्ट का झटका लगा है। एक डबल मर्डर केस में कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है।
पटना। कभी सत्ता के करीब रहे, मुख्यमंत्री तक को धमकी दे डाली, लेकिन आज जेल में हैं। ये हैं निर्दलीय विधायक अनंत सिंह। बीते जून में पटना के बाढ़ में हुई एक हत्या के बाद गिरफ्तार किए गए अनंत सिंह को उस मामले में तो जमानत मिल चुकी है, लेकिन उन्हें कई अन्य मामलों में जमानत का इंतजार है। ऐसे ही एक कांड में पटना हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इंकार कर दिया है।
मोकामा के बाहुबलि निर्दलीय विधायक अनंत सिंह को सोमवार को हाईकोर्ट का झटका लगा। एक डबल मर्डर केस में जस्टिस जितेन्द्र मोहन शर्मा की एकलपीठ ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। यह मामला बहादुरपुर थाने का है। बीते 20 अक्टूबर 2015 को बहादुरपुर थाना में दर्ज डबल मर्डर केस की एफआइआर में अनंत सिंह की भी संलिप्तता का आरोप है।
दो चर्चित मामलों में मिल चुकी जमानत इससे पहले कोर्ट ने दो अन्य मामलों में अनंत सिंह को कुछ दिनों पहले जमानत दे दी है। हाल ही में उन्हें संजीत कुमार उर्फ संजीत पहलवान हत्याकांड तथा बाढ़ के पुटुस अपहरण-सह-हत्याकांड में हाईकाेर्ट ने जमानत दे दी है।
मोकामा से निर्दलीय विधायक
2005 पहली बार मोकामा से चुनाव जीतने वाले अनंत सिंह को अपने इलाके में छोटे सरकार के नाम से भी जाना जाता है। बाढ़ में बीते साल एक हत्या के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह का जदयू से नाता टूट गया। इसके बाद बीते विधानसभा चुनाव में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
इलाके में बोलती तूती
अतंत पर बिहार में करीब तीन दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। मोकामा के इस डॉन की सरकार अलग ही चलती रही है। इस पूरे इलाके में अभी भी अनंत के नाम की तूती बोलती है।
कुछ साल पहले अनंत सिंह का एक वीडियो आया था, जिसमें वे एके 47 राइफल लेकर नाचते दिख रहे थे। टीवी चैनलों पर आईं ये तस्वीरें बयां कर रही थीं कि इस बाहुबली की अपने इलाके में कैसी धमक है।
मुख्यमंत्री व मंत्री तक को दे डाली धमकी
अनंत सिंह के आतंक का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने बिहार का मुख्यमंत्री रहते हुए जीतनराम मांझी को धमकी दे डाली थी। यह धमकी तब दी थी जब मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत की थी। इससे पहले अनंत सिंह ने नीतीश सरकार में मंत्री रहीं परवीन अमानुल्लाह को भी धमकी दी थी।
नौ साल की उम्र में गए जेल
कहा जाता हैं कि अनंत सिंह पहली बार महज नौ साल की उम्र में जेल गए थे। कानून की किताब में शायद ही कोई ऐसी धारा बची हो, जिसके तहत अनंत सिंह के नाम पर मुकदमा दर्ज न हुए हों। इनमें कत्ल, अपहरण, फिरौती, डकैती और बलात्कार जैसे तमाम संगीन मामले शामिल हैं।