MLA अनंत सिंह का हत्या की सुपारी देता AUDIO VIRAL, पुलिस कार्रवाई के बीच गरमाई सियासत
बिहार के विधायक अनंत सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनपर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हत्या की सजिश रचने का आरोप भी लग चुका है। जानिए उनसे जुड़ा ये ताजा विवाद।
By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 29 Jul 2019 01:23 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jul 2019 10:37 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार के बाहुबली निर्दलीय विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) पर एक बार फिर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मामला पटना के कुख्यात भोला सिंह की हत्या की साजिश का है। इस संबंध में एक ऑडियो टेप भी वायरल हो गया है, जिसमें अनंत सिंह कथित तौर पर तीन अपराधियों को कुख्यात भोला सिंह व उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या की सुपारी देते सुने जा रहे हैं। पुलिस अब उनका वॉयस टेस्ट कराएगी।
इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस अनंत सिंह के समर्थन में खड़ी दिख रही है तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) व जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पूरे मामले पर प्रतिकिया के लिए अनंत सिंह से अभी तक संपर्क नहीं हो सका है। विदित हो कि अनंत सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनपर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की हत्या की सजिश रचने का आरोप भी लग चुका है।
क्या है मामला, जानिए
पिछले दिनों पटना के बाढ़ क्षेत्र के तीन कुख्यात अपराधी पंडारक के भोला सिंह व उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या करने की योजना बनाते पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे मोकामा के विधायक अनंत सिंह के आदेश पर हत्या करने आए थे। इसके बाद एक ऑडियो भी वायरल हो गया, जिसमें अनंत सिंह अपराधियों को भोला व मुकेश की हत्या की सुपारी देते सुने जा रहे हैं। पुलिस अब अनंत सिंह को गिरफ्तार करने की तैयारी में जुट गई बताई जा रही है।
हत्या की साजिश के इस मामले में मोकामा विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है। इस मामले में अबतक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि, आठ लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई है।
अपराधी से 56 बार बातचीत
पुलिस सूत्रों की मानें तो अनंत सिंह ने हत्या की साजिश रचने के लिए अपराधी से 56 बार बातचीत की थी। पुलिस के अनुसार वायरल ऑडियो की आवाज अनंत सिंह की है, इसकी प्रारंभिक पुष्टि हो चुकी है। एएसपी लिपि सिंह ने बताया कि अब एक अगस्त को फोरेंसिक सइंस लैब (एफएसएल) में अनंत सिंह का वॉयस टेस्ट कराया जाएगा। इस मामले में पंडारक पुलिस सोमवार को अनंत सिंह के सरकारी आवास पर जांच करने गई थी।
कभी अनंत सिंह का दहिना हाथ था भोला सिंह
अनंत सिंह पर जिस भोला सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है, वह पटना के टॉप फाइव अपराधियों में शामिल है। वह पुलिस के रिकॉर्ड में फरार है। भोला सिंह कभी अनंत सिंह का दाहिना हाथ माना जाता था।
गुर्गों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी
इस बीच गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस अनंत सिंह के गुर्गों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। एक विशेष टीम मोकामा और बाढ़ में कैंप कर रही है। पुलिस दियारा इलाके पर भी नजर रखे हुए है। आगे पुलिस विधायक अनंत सिंह के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
मामले पर शुरू हुई सियासत
इस मामले में सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा है कि अनंत सिंह का आपराधिक इतिहास है। पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए। दोषी के खिलाफ निष्पक्ष व कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बीजेपी नेता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि वायरल ऑडियो की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपराधियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
उधर, कांग्रेस अनंत_सिंह के समर्थन में दिख रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने अनंत सिंह के प्रति पुलिस के रवैये को गैर जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि यह अनंत सिंह को फंसाने की साजिश है। विधायक के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर अनंत सिंह दोषी होंगे तो कानून अपना काम करेगा।
विवादों से रहा नाता, मांझी लगा चुके ये आरोप
अनंत सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। यहां तक कि उनपर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने साल 2015 में अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। कानून की किताब में शायद ही कोई ऐसी धारा हो, जिसके तहत अनंत सिंह पर मुकदमा दर्ज न हुआ हो।
लोगों में 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह ने अपराध के साथ सियासत में भी पैठ बढ़ाई और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी भी बने। हालांकि, अब यह दोस्ती टूट चुकी है।
अनंत सिंह के घर पर एसटीएफ ने 2004 में छापा मारा था। उस वक्त गोलीबारी में आठ लोग मारे गए थे। गोली अनंत सिंह को भी लगी थी, लेकिन वे बच गए। इसके बाद उन्होंने घर को किले में तब्दील कर लिया।
इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस अनंत सिंह के समर्थन में खड़ी दिख रही है तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) व जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पूरे मामले पर प्रतिकिया के लिए अनंत सिंह से अभी तक संपर्क नहीं हो सका है। विदित हो कि अनंत सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनपर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की हत्या की सजिश रचने का आरोप भी लग चुका है।
क्या है मामला, जानिए
पिछले दिनों पटना के बाढ़ क्षेत्र के तीन कुख्यात अपराधी पंडारक के भोला सिंह व उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या करने की योजना बनाते पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे मोकामा के विधायक अनंत सिंह के आदेश पर हत्या करने आए थे। इसके बाद एक ऑडियो भी वायरल हो गया, जिसमें अनंत सिंह अपराधियों को भोला व मुकेश की हत्या की सुपारी देते सुने जा रहे हैं। पुलिस अब अनंत सिंह को गिरफ्तार करने की तैयारी में जुट गई बताई जा रही है।
हत्या की साजिश के इस मामले में मोकामा विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है। इस मामले में अबतक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि, आठ लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई है।
अपराधी से 56 बार बातचीत
पुलिस सूत्रों की मानें तो अनंत सिंह ने हत्या की साजिश रचने के लिए अपराधी से 56 बार बातचीत की थी। पुलिस के अनुसार वायरल ऑडियो की आवाज अनंत सिंह की है, इसकी प्रारंभिक पुष्टि हो चुकी है। एएसपी लिपि सिंह ने बताया कि अब एक अगस्त को फोरेंसिक सइंस लैब (एफएसएल) में अनंत सिंह का वॉयस टेस्ट कराया जाएगा। इस मामले में पंडारक पुलिस सोमवार को अनंत सिंह के सरकारी आवास पर जांच करने गई थी।
कभी अनंत सिंह का दहिना हाथ था भोला सिंह
अनंत सिंह पर जिस भोला सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है, वह पटना के टॉप फाइव अपराधियों में शामिल है। वह पुलिस के रिकॉर्ड में फरार है। भोला सिंह कभी अनंत सिंह का दाहिना हाथ माना जाता था।
गुर्गों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी
इस बीच गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस अनंत सिंह के गुर्गों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। एक विशेष टीम मोकामा और बाढ़ में कैंप कर रही है। पुलिस दियारा इलाके पर भी नजर रखे हुए है। आगे पुलिस विधायक अनंत सिंह के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
मामले पर शुरू हुई सियासत
इस मामले में सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा है कि अनंत सिंह का आपराधिक इतिहास है। पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए। दोषी के खिलाफ निष्पक्ष व कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बीजेपी नेता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि वायरल ऑडियो की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपराधियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
उधर, कांग्रेस अनंत_सिंह के समर्थन में दिख रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने अनंत सिंह के प्रति पुलिस के रवैये को गैर जरूरी बताया है। उन्होंने कहा कि यह अनंत सिंह को फंसाने की साजिश है। विधायक के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर अनंत सिंह दोषी होंगे तो कानून अपना काम करेगा।
विवादों से रहा नाता, मांझी लगा चुके ये आरोप
अनंत सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। यहां तक कि उनपर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने साल 2015 में अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। कानून की किताब में शायद ही कोई ऐसी धारा हो, जिसके तहत अनंत सिंह पर मुकदमा दर्ज न हुआ हो।
लोगों में 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह ने अपराध के साथ सियासत में भी पैठ बढ़ाई और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी भी बने। हालांकि, अब यह दोस्ती टूट चुकी है।
अनंत सिंह के घर पर एसटीएफ ने 2004 में छापा मारा था। उस वक्त गोलीबारी में आठ लोग मारे गए थे। गोली अनंत सिंह को भी लगी थी, लेकिन वे बच गए। इसके बाद उन्होंने घर को किले में तब्दील कर लिया।
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