WhatsApp ने लापता वृद्ध के लिए कर दिया ऐसा काम कि पूरा गांव कह उठा वाह-वाह, जानें मामला
व्हाट्सएप (WhatsApp) इन दिनों किसी के लिए सिरदर्द है तो किसी ने काफी उपयोगी लेकिन इसने सिवान में ऐसा काम कर दिया कि पूरा गांव वाह-वाह कर रहा है। जानें क्या है पूरा मामला।
सिवान, जेएनएन। व्हाट्सएप (WhatsApp) इन दिनों किसी के लिए सिरदर्द है तो किसी ने काफी उपयोगी, लेकिन इसने सिवान में ऐसा काम कर दिया कि पूरा गांव वाह-वाह कर रहा है। जी हां, व्हाट्सएप की मदद से लापता वृद्ध को दो माह बाद घर मिल गया। उनके परिवार मिल गए। परिजनों की परेशानी से निजात मिली। हर किसी के चेहरे पर खुशी महसूस की जा सकती है।
लखनऊ के गोमती नगर से हुए थे लापता
दरअसल, सिवान स्थित मैरवा नवका टोला निवासी राम नारायण प्रसाद दो महीने पहले बेटे से मिलने लखनऊ गए थे। वहां गोमती नगर से 29 मार्च को दाढ़ी बनवाने निकले और फिर लापता हो गए। पुत्र ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
10 हजार पुरस्कार की घोषणा भी की गई
वृद्ध के लापता हो जाने पर परिजन काफी परेशान हो गए। परिजनों ने इश्तेहार भी निकाला। सुराग देने वाले को 10 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा भी की। इसके बाद भी लापता वृद्ध का कोई सुराग नहीं मिल रहा था।
वृद्ध भटकते हुए पहुंच गए थे सासाराम
इधर लापता राम नारायण प्रसाद (75) भटकते हुए सासाराम पहुंच गए और वहां पहाड़ पर प्राचीन मंदिर में रहने लगे। वहां स्थानीय ग्रामीणों ने वृद्ध से बातचीत कर एक वीडियो बनाया और व्हाट्सएप पर पोस्ट कर दिया। इत्तेफाक से दो महीने बाद वायरल होता हुआ वीडियो मैरवा में कृषि विभाग में कार्यरत किसान सलाहकार प्रदीप कुमार के व्हाट्सएप पर पहुंचा। उन्होंने इसे राम नारायण प्रसाद के परिजनों को दिखाया। इसकी सहायता से उनकी पहचान हुई। इसके बाद परिजन उन्हें सासाराम से लेकर मैरवा आए।
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