सदन में फिर उठा तेजस्वी यादव की उम्र का मामला तो पक्ष में खड़े हुए मंत्री बोले-उन्हें बच्चा मत कहिए
विधानसभा में तेजस्वी यादव अपनी कम उम्र को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें याद दिलाया कि जब वे केंद्र में मंत्री थे तेजस्वी यादव गोद में खेल रहे थे। सोमवार को भी उम्र का मामला उठा। जानें क्या हुआ फिर-
राज्य ब्यूरो, पटना: विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अपनी कम उम्र को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें याद दिलाया कि जब वे केंद्र में मंत्री थे, तेजस्वी यादव गोद में खेल रहे थे। सोमवार को भी उम्र का मामला उठा। राजद के चंद्रशेखर कृषि विभाग के बजट पर बोल रहे थे। उन्होंने विधानसभा में अपनी जीत के लिए मधेपुरा की जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने तेजस्वी यादव की चर्चा की। कहा कि वे उम्र में बच्चा हैं। लेकिन, कोराना संकट के समय देश के दूसरे हिस्से में रह रहे मजदूरों की घर वापसी में बड़ा योगदान किया।
नेता प्रतिपक्ष को बच्चा कह रहे हैं...
राजद और अन्य दलों के सदस्य चुप थे। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने चंद्रशेखर की टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को बच्चा कह रहे हैं। यह तो सदन का अपमान है। चंद्रशेखर ने साफ किया कि वे तेजस्वी का अपमान नहीं कर रहे हैं। उनके नेतृत्व कौशल के बारे में बता रहे हैं। चंद्रशेखर के भाषण के दौरान उस समय भी शोर शराबा हुआ, जब वे कह रहे थे...गांधी के हत्यारों का जब भी शासन आता है, किसान तबाह हो जाते हैं।
कांग्रेसी तो 70 से गांधी के विचारों की कर रहे हत्या
सरकारी जवाब के समय कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने इस प्रसंग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गांधीजी की हत्या गोडसे ने की। उसे सजा मिल गई। लेकिन, कांग्रेसी तो 70 सालों से गांधी के विचारों की हत्या कर रहे हैं। किसी प्रसंग में विधानसभा अध्यक्ष ने भी चंद्रशेखर से आग्रह किया कि वे लोकतंत्र के मंदिर (विधानसभा) को कलंकित न करें। आम तौर पर सरकार पर हमले के वक्त विपक्ष के सभी सदस्य एकजुट हो जाते हैं। लेकिन, माले की मांग पर कांग्रेस के नेता विजय शंकर दुबे असहज हो गए। वे भाषण दे रहे थे। उसी समय भाकपा माले के सत्यदेव राम सरकार से मांग करने लगे कि वह जेपी गोलम्बर पर पुलिस लाठी चार्ज पर स्पष्टीकरण दे। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा माले विधायक को बैठने के लिए कह रहे थे। विजय शंकर दुबे ने भी उन्हें सलाह दी-आपने सूचना दे दिया। अब बैठ जाइए।