कर्मयोद्धाः रोज सुबह घर के दरवाजे तक दूध पहुंचाने के साथ लोगों को जागरूक कर रहे विजय
दुग्ध विक्रेता कुमार रोज सुबह उठकर लोगों के घर-घर जाकर दूध पहुंचाते हैं। साथ ही वे साबुन के साथ तौलिया भी रखते हैं ताकि वे भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रहें।
पटना, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरा देश प्रभावित है। लॉकडाउन होने के कारण कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा है। हर कोई अपने को वायरस के प्रभाव से दूर रहना चाह रहा है। शहर में हर तरफ एक डर और खौफ का माहौल देखने को मिल रहा है। लेकिन इस माहौल में भी अपने रोज के काम से पीछे नहीं हट रहे हैं दुग्ध विक्रेता कुमार। विजय कुमार रोज सुबह उठकर लोगों के घर-घर जाकर दूध पहुंचाते हैं। साथ ही वे लोगों को जागरूक करने के साथ साबुन और तौलिया भी रखते हैं, ताकि वे भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।
कोरोना को लेकर लोगों के मन में डर व्याप्त
विजय बताते हैं कि वे कई साल से दूध बेचने का काम कर रहे हैं। वे कहते हैं कि इस बीच कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में डर बैठ गया है। आम दिनों के मुकाबले दूध की बिक्री कम ही हो रही है। वायरस के संक्रमण को देखते हुए लोग दूध लेने से मना भी कर रहे हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भरोसा करके उनसे दूध खरीद रहे हैं। उनके लिए हम सुबह जब दूध देने जाते हैं तो उससे पहले घर में अपना हाथ अच्छे तरीके से साबुन से साफ कर और अपनी दूध की बाल्टी को भी अच्छे से साफ कर के ही जाते हैं।
साथ में तौलिया रखते हैं विजय
विजय दूध बांटने के दौरान अपने साथ साबुन और एक छोटा तौलिया भी रखते हैं। विजय कहते हैं कि ग्राहक भी मेरे इस काम की सराहना करते हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन में भी अगर जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग अपना काम नहीं करें तो मुश्किल खड़ी हो जाएगी। मेरा काम लोगों की दैनिक जरूरत से जुड़ा है, इसलिए मैं कभी आराम नहीं कर सकता। इस लिए सावधानी बरतते हुए लोगों की सेवा में लगा हुआ हूं।