प्रवासी कामगारों को बाजार समिति परिसर व एसएफसी के गोदाम में मिलेगा काम
बाजार समिति परिसर व राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के गोदाम परिसर में खाली पड़ी जमीन अब प्रवासी कामगारों को उद्यम स्थापित करने के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। इस क्रम में उद्योग महकमे ने राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के गोदाम किराए पर लेने शुरू किया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। औद्योगिक क्षेत्र की जमीन का इस्तेमाल किए बगैर छोटे स्तर पर उद्योग स्थापित करने को इच्छुक लोगों के लिए जमीन उपलब्ध कराने का मामला अब नए सिरे से तय करेगी सरकार। बियाडा ने इस दिशा में काम आरंभ किया है। बाजार समिति परिसर व राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के गोदाम परिसर में बगैर इस्तेमाल वाली खाली पड़ी जमीन अब प्रवासी कामगारों को उद्यम स्थापित करने के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। इस बाबत उच्च स्तर पर मिले निर्देश के बाद बियाडा ने एसएफसी के गोदामों को किराए पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी जिलों में बाजार समिति परिसर की खाली जगह को भी चिन्हित किया जा रहा।
उद्यम स्थापित किए जाने को ले छोटे-छोटे टुकड़े मिलेंगे
बाहर के राज्यों से लौटे हुनरमंद कामगारों को अपना उद्यम स्थापित किए जाने को ले बाजार समिति परिसर व एसएफसी परिसर की खाली जमीन छोटे-छोटे टुकड़ों में उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिए बियाडा के माध्यम से काम होना है। बियाडा द्वारा संबंधित जमीन का किराया तय किया जाएगा। प्रवासी कामगारों को उद्यम स्थापित किए जाने को ले जमीन पूरी तरह से विकसित कर के दी जाएगी। इसलिए बियाडा के स्तर पर जो किराया तय किया जाना है उसमें जमीन को विकसित किए जाने वाली राशि भी तय रहेगी। एसएफसी ने बियाडा को अपना गोदाम पश्चिम चंपारण में 88 पैसे प्रति वर्गफीट की दर से उपलब्ध कराया है। इसे विकसित कर एक रुपए चार पैसे प्रति वर्गफीट की दर पर जमीन का किराया तय किया गया है। आरंभ में 500 मीट्रिक टन व दस हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले दो गोदाम लिए गए।
नए सिरे से चार नए गोदाम लिए गए
पश्चिम चंपारण में मिली सफलता को केंद्र में रख बियाडा को उच्च स्तर पर यह निर्देश दिया गया कि व एसएफसी व बाजार समिति की खाली पड़ी जमीन का इस्तेमाल करे। इसके बाद नए सिरे से बियाडा ने चार गोदाम किराए पर लिए हैैं। उन्हें शीघ्र विकसित कर प्रवासी कामगारों को उद्यम स्थापित करने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।