NMCH: 50 घंटे से जारी हड़ताल खत्म, काम पर लौटे जूनियर डॉक्टर
पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 50 घंटे से जारी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है। अस्पताल की व्यवस्था पटरी पर आने के साथ मरीजों ने राहत की सांस ली है।
पटना [जेएनएन]। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में रविवार की आधी रात से जारी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल मंगलवार को समाप्त हो गई। 50 घंटे तक मरीजों का इलाज नहीं करने वाले सभी जूनियर डॉक्टर दोपहर दो बजे काम पर लौट आए। इससे पहले सुबह से ही इमरजेंसी व रजिस्ट्रेशन काउंटर के समीप हड़ताली डॉक्टर धरने पर बैठे। अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। अधीक्षक द्वारा सभी मांगें मान लिए जाने का लिखित आश्वासन देने के बाद ही डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ली।
विदित हो कि रविवार की रात एक मरीज के परिजनों के साथ अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर हुए विवाद में मारपीट हो गई थी। मारपीट व दुव्यर्वहार से नाराज जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे।
एनएमसीएच पीजी डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रवि रंजन कुमार रमन एवं पीएमसीएच एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार ने कहा कि एक सप्ताह में यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी जाएगी।
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर रहने के कारण एनएमसीएच में दूसरे दिन भी स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा। इमरजेंसी, ओपीडी एवं वार्ड में मरीजों की परेशानी बढ़ गई। सीनियर डॉक्टर अपने-अपने विभाग की ओपीडी में मुस्तैद रहे। मरीजों को देखा। वहीं निश्चेतना विभाग के अध्यक्ष सह ओटी इंचार्ज डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि सभी विभागों में करीब डेढ़ दर्जन मरीजों के ऑपरेशन हुए।
हड़ताल के कारण सोमवार को दिनभर हुए हंगामे एवं अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था ठप रहने के कारण केवल भर्ती मरीजों का ही मंगलवार को ऑपरेशन किए जाने की तैयारी की गई थी। भारत बंद को लेकर भी मरीज अस्पताल में कम पहुंचे थे।
अधीक्षक डॉ. आनंद प्रसाद सिंह ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त हो गई है। अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा एवं व्यवस्था सामान्य रूप से चल रही है।