बड़े काम की मौसमी, स्वाद के साथ सेहत भी
कोरोना से लड़ने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता जरूरी है
पटना सिटी। कोरोना से लड़ने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता जरूरी है। ऐसे में संतरा, नींबू के साथ मौसमी खूब मददगार साबित हो रही है। फुटकर बाजार में मौसमी की कीमत अभी 35 से 50 रुपये किलो है, जबकि थोक मंडी में यह 20 से 30 रुपये किलो मिल रही है। हाल के दिनों में संतरे की आवक कम हुई है, इसलिए भी मौसमी की डिमांड बढ़ गई है। हैदराबाद से आई पांच ट्रक मौसमी
बाजार समिति फल एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने बताया कि पटना के बाजार में हैदराबाद से मौसमी आ रही है। मई के शुरुआत में दो-तीन ट्रक मौसमी आ रही थी। एक-दो दिनों से मांग बढ़ने के साथ आवक बढ़ी है। शुक्रवार को मंडी में पांच ट्रक मौसमी हैदराबाद से पहुंची। इसके कारण थोक मंडी में कीमतों में भी कमी दर्ज की गई। दो दिन पहले थोक मंडी में मौसमी 30-35 रुपये किलो तक मिल रही थी जो आवक बढ़ने के बाद अब कीमतें घटी हैं। जैसी मौसमी, वैसी कीमत
मुसल्लहपुर बाजार समिति में मौसमी की थोक मंडी है। थोक व्यापारी जय प्रकाश ने बताया कि हैदराबाद से आने वाली मौसमी की पहले छंटाई की जाती है। यहां तीन तरह की मौसमी मिलती है। सबसे बड़े आकार की मौसमी की कीमत अभी 25 से 30 रुपये किलो है। मध्यम आकार वाली मौसमी 25 रुपये और सबसे छोटे आकार वाली मौसमी 20 रुपये किलो। छोटे आकार वाली मौसमी अधिसंख्य जूस वाले ले जाते हैं। मोहल्ले की दुकानों में मौसमी की कीमतें मंउी की अपेक्षा सीधे दोगुनी हो जाती हैं।