मैट्रिक परीक्षा आज से, जूता पहन आने की इजाजत नहीं, 10 मिनट पहले पहुंचें सेंटर
परीक्षार्थियों को प्रवेशपत्र और पेन के सिवा कुद भी केंद्र कभीतर ले जाने की मनाही है।
पटना। बिहार में मैट्रिक की परीक्षा गुरुवार से शुरू होगी। इस बार प्रदेश में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या 13541 अधिक है। मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 16 लाख 60 हजार 609 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। छात्राओं की संख्या 8 लाख 37 हजार 75 और छात्रों की संख्या 8 लाख 23 हजार 534 है।
विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी निर्देश के अनुसार परीक्षा केंद्र में जूता-मोजा पहनकर प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले अभ्यर्थियों को केंद्र में प्रवेश करना अनिवार्य होगा। प्रवेशपत्र की मूल प्रति और पेन के सिवा केंद्र में कुछ भी ले जाना वर्जित रहेगा। केंद्राधीक्षक के अलावा किसी भी पदाधिकारी, कर्मचारी और वीक्षक को मोबाइल के साथ प्रवेश वर्जित रहेगा।
: नाम, रौल कोड व विषय कोड रहेगा प्रिंटेड :
बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा की तरह ही इस बार मैट्रिक की भी उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट पर परीक्षार्थी का नाम, रौल नंबर, रौल कोड और विषय कोड प्रिंट मिलेगा। इससे परीक्षार्थियों के समय की बचत होगी। केंद्र में किसी प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर प्रवेश करना वर्जित रहेगा। केंद्र के बाहर सभी परीक्षार्थियों को जूता-मोजा खोलना होगा। लड़कियों की जांच महिला कर्मी पर्दे में करेंगी।
: राज्य में 1418 परीक्षा केंद्र :
मैट्रिक परीक्षा के लिए राज्यभर में 1418 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। आठ लाख 42 हजार 888 परीक्षार्थी प्रथम पाली में और 8 लाख 17 हजार 721 अभ्यर्थी द्वितीय पाली में शामिल होंगे।
पटना जिले में 74 केंद्रों पर कुल 76432 परीक्षार्थी शामिल होंगे। यहां दोनों पालियों में लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक है। प्रथम पाली में 39140 अभ्यर्थियों में छात्राओं की संख्या 20569 और छात्रों की संख्या 18571 होगी। द्वितीय पाली में 19353 छात्राएं और 17939 छात्र परीक्षा देंगे। विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्र के बाहर 200 मीटर की परिधि में किसी भी अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा।
: परीक्षार्थी क्या करें, क्या नहीं :
परीक्षा भवन में जूता-मोजा पहनकर प्रवेश वर्जित रहेगा इसलिए घर से चप्पल पहनकर जा सकते हैं। प्रवेशपत्र एवं पेन के अलावा कुछ भी साथ नहीं ले जाएं। वीडियो कैमरे के समक्ष जांच में कैल्कुलेटर, मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स यथा-ब्लूटूथ, इयरफोन मिलने पर परीक्षा से वंचित हो सकते हैं। उत्तर पुस्तिका एवं ओएमआर पर व्हाइटनर, इरेजर, नाखून, ब्लेड का इस्तेमाल नहीं करें।
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: परीक्षा के भय से रहें मुक्त :
अभिभावक अपने बच्चों पर महत्वाकांक्षा का बोझ नहीं डालें। परीक्षा को उत्सव के रूप लें। सुबह में हल्का और सुपाच्य भोजन करें। पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। विषय के बारे में मनन करें। लेखन का अभ्यास जारी रखें।
- पूनम पांडेय, शिक्षिका
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