रोते हुए शहीद आशीष की पत्नी ने कहा, मैडम, मुझे भी गोली मार दीजिए, सुनकर रो पड़े लोग
सिमरी बख्तियारपुर की एसडीपीओ मृदुला कुमारी शहीद आशीष कुमार सिंह की विधवा पत्नी से मिलने पहुंची तो उन्हें देखते ही वह दहाड़ मारकर रो पड़ी और कहा कि मैडम, मुझे भी गोली मार दीजिए।
जागरण टीम, पटना। नवगछिया पुलिस जिला क्षेत्र के दुधैला मोजमा बहियार में डकैतों से लोहा लेते हुए शहीद हुए पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार की रात्रि जब सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरोजा पहुंचा तो परिजनों की चीत्कार देख पूरा गांव रो पड़ा।
रविवार की सुबह जब दारोगा की पत्नी सरिता सिंह से सिमरी बख्तियारपुर की एसडीपीओ मृदुला कुमारी मिलने पहुंचीं तो दहाड़ मारकर सरिता ने कहा कि मैडम मुझे भी गोली मार दें। वह पति के जाने के बाद इस दुनिया में नहीं रहना चाहती हैं।
सरिता ने आरोप लगाया कि एसपी मैडम उनके पति को दो दिन की भी छुट्टी नहीं देना चाहती थीं। सरिता ने बताया कि शुक्रवार को ही सिलीगुड़ी से बच्चों को लेकर आई थीं। जब भी फोन करती थीं, तो पति कहते थे कि सरकार उन्हें काम करने का पैसा देती है। काम के दबाव में मोबाइल फोन पर भी सही से बात नहीं हो पाती थी।
शहीद की विधवा ने कहा कि आशीष दोनों बच्चों को आइपीएस बनाना चाहते थे। कहते थे कि सेवानिवृत्त होने के बाद वे बच्चों को सैल्यूट मारेंगे। सरिता यह कहते बिलखने लगती थीं। बगल में बैठीं शहीद दारोगा की मां का भी रो-रोकर बुरा हाल था।
एसडीपीओ भी अपने आंसू नहीं रोक पा रही थीं। शहीद दारोगा के छह वर्षीय पुत्र शौर्य ने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। शहीद आशीष कुमार सिंह की विधवा को सांत्वना देने पहुंचीं एसडीपीओ मृदुला खुद भी रो पड़ीं।