पटना को स्मार्ट बनाने की कई योजनाओं को हरी झंडी, बनेगा कैफेटेरिया- होगा हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण
पटना में कैफेटेरिया के साथ ही हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण भी कराया जाएगा। नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने सोमवार को स्मार्ट सिटी की कई योजनाओं को एक साथ मंजूरी दी।
पटना, जेएनएन। पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शहर में कैफेटेरिया के साथ ही हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण भी कराया जाएगा। सोमवार को नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने स्मार्ट सिटी की कई योजनाओं को एक साथ मंजूरी दी। उन्होंने इन योजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश भी दिए। आनंद किशोर आज स्मार्ट सिटी लिमिटेड बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग में शामिल थे।
एरिया बेस्ड डेवलपमेंट की योजनाएं भी शामिल
आज जिन योजनाओं को मंजूरी दी गई उनमें एरिया बेस्ड डेवलपमेंट की योजनाओं के साथ ही आधारभूत विकास की योजनाएं भी हैं। शहर को आकर्षक बनाने के लिए कैफेटेरिया बनाए जाएंगे। साथ ही एक हैप्पी स्ट्रीट होगी जहां राजधानीवासी घूमफिर कर अपनी शाम को और भी बेहतर बना सकेंगे। राजधानी की सड़कों पर फुट ओवर ब्रिज की कमी को देखते हुए उसके निर्माण को भी स्वीकृति दी गयी है।
गांधी मैदान के सभी गेट होंगे भव्य
बैठक में आनंद किशोर ने शहर की पहचान एसके मेमोरियल की सूरत संवारने के लिए भी राशि जारी की। गांधी मैदान के सभी गेट और भी भव्य और खूबसूरत बनाए जाएंगे साथ ही एबीडी एरिया के थानों का भी मेकओवर होगा।
इन योजनाओं को दी गई मंजूरी
-10 करोड़ रुपये से कैफेटेरिया का होगा निर्माण
-मौर्य होटल और डीएम आवास के बीच सात करोड़ से बनेगी हैप्पी स्ट्रीट
-4.98 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा फुट ओवर ब्रिज
-2.50 करोड़ रुपये से एबीडी एरिया के थाने की सूरत संवरेगी
-4.63 करोड़ रुपये से स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरेगा
-4.97 करोड़ रुपये से एसके मेमोरियल परिसर का सौंदर्यीकरण होगा
-4.50 करोड़ रुपये की लागत से गांधी मैदान में चार प्रवेश द्वार बनेंगे
कुछ योजनाएं ड्रॉप भी की गईं
नगर विकास विभाग ने आधिकारिक तौर पर बताया कि पटना स्मार्ट सिटी की योजनाओं में पूर्व से चयनित कई योजनाओं को ड्रॉप भी किया गया है। इसमें 10.44 करोड़ की जलापूॢत योजना, 34 करोड़ की रिसाइकिल्ड वाटर सप्लाई, 22.50 करोड़ की रूफ टॉप फॉॄमग और आठ करोड़ की ई-रिक्शा योजना शामिल है. इसी से राशि की बचत करते हुए नयी योजनाओं को स्वीकृति दी गयी है. इसके अलावा सोलर रूफ टॉप प्रोजेक्ट से भी 33 करोड़ रुपये बचाए गए हैं।