बिहार कांग्रेस: विधान परिषद की एक सीट के लिए कई दावेदार, जोड़-तोड़ शुरू
बिहार कांग्रेस में एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। विधान परिषद की एक सीट के लिए कई दावेदार सामने आ रहे हैं। जोड़-तोड़ शुरू हो गई है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार विधान परिषद में रिक्त हो रही 11 सीटों में से एक सीट पर कांग्रेस को किस्मत आजमाने का मौका मिल रहा। सूचना के आम होने के साथ ही पार्टी के आधा दर्जन पुराने नेता भी सक्रिय हो गए हैं। इस प्रयास में लग गए हैं कि आलाकमान की कृपा उन पर हो जाए और वे सदन तक पहुंच सकें। परिषद की इस एक सीट के लिए जोड़-तोड़ का दौर भी शुरू हो गया है।
बिहार कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, विधायक दल के नेता सदानंद सिंह और प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कई नामों पर विचार मंथन किया है। पार्टी के कुछ पुराने नेताओं ने गोहिल से मिलकर उन्हें अपना बायोडाटा भी सौंपा है। आलाकमान से विमर्श के बाद 15 अप्रैल तक कांग्रेस प्रत्याशी का नाम सार्वजनिक किया जाएगा। परिषद प्रत्याशी की रेस में सबसे आगे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अध्यक्ष हैं। नेताओं का मत है कि पार्टी पुरानी परंपरा का पालन करते हुए प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति को ही परिषद जाने का मौका देगी।
कुछ वक्त पहले तक बिहार विधान परिषद में कांग्रेस की ताकत छह सदस्यों की थी जो फिलहाल घटकर दो पर आ गई है। पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व में चार विधान पार्षदों ने कांग्रेस छोड़कर जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता ले ली है। एक नए सदस्य को यहां भेजने से 75 सीटों वाली विधान परिषद में कांग्रेस की संख्या तीन हो जाएगी।