अनंत से मुलाकात के बाद मांझी का यू-टर्न, बोले- पासवान बड़े भाई
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आक्रामक तेवर पर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान की चुप्पी ने बहुत काम किया। पासवान को खामोश देख मांझी ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया है। खुद को पासवान से बड़ा नेता बताने वाले मांझी अब पासवान को बड़ा भाई कह रहे हैं।
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आक्रामक तेवर पर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान की चुप्पी ने बहुत काम किया। पासवान को खामोश देख मांझी ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया है। कल तक अपने-आप को पासवान से बड़ा नेता बताने वाले मांझी ने अब पासवान को अपना बड़ा भाई बताया है।
राजग में शामिल मांझी पिछले कुछ दिनों से पासवान को अपने निशाने पर रखे हुए थे। मंगलवार को उन्होंने कहा था कि बिहार में पासवान के पास एक भी विधायक नहीं है, जबकि मेरे पास 13 विधायक हैं।
मांझी के इस बयान को राजग में सीटों के घमासान से जोड़ा जा रहा था। बुधवार की सुबह मांझी ने भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी अनंत कुमार से दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इसके बाद दूरभाष पर बातचीत में मांझी ने अपने बयान से यू-टर्न लिया और कहा कि सीटों को लेकर राजग में किसी भी प्रकार का विवाद नहीं है।
उन्होंने पासवान को अपना बड़ा भाई तक बताया। बोले, हम लोग एक परिवार के सदस्य हैं और परिवार में नोक-झोंक तो चलती ही रहती है।
दरअसल, सीटों के मसले पर मांझी के आरोप के बाद पासवान की चुप्पी कई मायनों में राजग के लिए फायदा का सौदा रही और अब मजबूरन मांझी को अपने बयान से यू-टर्न लेना पड़ा।