Move to Jagran APP

Makar Sankranti 2020: 15 जनवरी को मनेगी मकर संक्रांति, 16 से फिर गूंजेगी शहनाई

बिहार में मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के कारण 14 जनवरी की बजाए ये त्योहार इस साल 15 जनलरी को मनाया जा रहा है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 11:12 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 10:34 PM (IST)
Makar Sankranti 2020: 15 जनवरी को मनेगी मकर संक्रांति, 16 से फिर गूंजेगी शहनाई
Makar Sankranti 2020: 15 जनवरी को मनेगी मकर संक्रांति, 16 से फिर गूंजेगी शहनाई

पटना, जेएनएन। मकर संक्रांति का पर्व बिहार में 15 जनवरी, बुधवार को श्रद्धा, उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसी दिन लाखों श्रद्धालु पवित्र नदियों में पुण्य की कामना के साथ डुबकी लगाएंगे। पवित्र नदियों में स्नान के बाद तिल, खिचड़ी, अन्न, द्रव्य आदि दान करेंगे। दान के साथ भगवान भाष्कर का पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।

loksabha election banner

ज्योतिषीय आधार पर बुधवार को सूर्य देव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी दिन उत्सवधर्मिता का प्रतीक खिचड़ी पर्व परंपरागत रूप से मनाया जाएगा। सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही 16 जनवरी से खरमास खत्म हो जाएगा और इसी दिन से शादी-विवाह समेत मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। 

मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा, ये है वजह

इस साल मकर संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। इसकी वजह ये है कि सूर्य 14 जनवरी की रात करीब 2 बजे धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। इसलिए 15 जनवरी को सूर्योदय के साथ स्नान, दान और पूजा-पाठ के साथ मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा।

पिछले कुछ सालों से मकर संक्रांति का त्योहार कभी 14 तो कभी 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। इसका कारण ये है कि सूर्य की चाल के अनुसार मकर संक्रांति की तारीखों में बदलाव होता रहता  है। 

जानिए स्नान, दान का शुभ मुहूर्त 

ज्योतिषाचार्य पंडित शुभम पांडेय के मुताबिक 15 जनवरी, बुधवार को मकर राशि की संक्रांति सुबह 7:54 बजे से होगी। इस दिन स्नान, दान का शुभ मुहूर्त सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहेगा। इस दिन शोभन योग, स्थिर योग के साथ गुरु और मंगल स्वराशि में रहेंगे। साथ ही बुधादित्य योग फलदायी रहेगा। 

ज्योतिष शास्त्र में संक्रांति का शाब्दिक अर्थ सूर्य या किसी भी ग्रह का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश या संक्रमण कहा जाता है। मकर संक्रांति भगवान सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होने का संधि काल है। उत्तरायण में सूर्य का प्रभाव अधिक होता है और इसे देवताओं का दिन माना जाता है। 

पटना में सोमवार को 25 लाख लीटर दूध एवं चार टन दही की हुई बिक्री

मकर संक्रांति के मौके पर पिछले चार दिनों में यानी सोमवार तक राजधानी में 25 लाख लीटर दूध एवं चार टन दही की बिक्री हुई है। 14 एवं 15 को भी दूध एवं दही की बिक्री होने की उम्मीद है।

पटना डेयरी प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक एसएन ठाकुर का कहना है कि पिछले 10 जनवरी से मकर संक्रांति को लेकर सुधा डेयरी की ओर से विशेष बिक्री शुरू की गई थी, जो बुधवार तक चलेगी। उसके बाद भी अगर मांग रही तो दूध और दही विशेष तौर पर ग्राहकों को मुहैया कराए जाएंगे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.