RJD में हुई बड़ी फेरबदल: रामचंद्र पूर्वे को हटाया, जगदानंद सिंह बने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष
राजद ने बड़ी फेरबदल करते हुए अचानक रामचंद्र पूर्वे को हटाकर जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने नामांकन किया और निर्विरोध चुन सिए गए। जानिए...
पटना, राज्य ब्यूरो। राजद (RJD) ने अचानक प्रदेश अध्यक्ष (State President) की कमान रामचंद्र पूर्वे (Ramchandra Poorve) के हाथों से लेकर जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के हाथों सौंप दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए उन्होंने सोमवार को नामांकन किया और निर्विरोध राजद के प्रदेश अध्यक्ष चुन लिए गए।
राजद में इस बड़ी फेरबदल को बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। आज दोपहर एक बजे रामचंद्र पूर्वे की जगह पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया और निर्विरोध इस पद के लिए चुन लिए गए। उनके नामांकन के दौरान तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी मौजूद रहे।
रामचंद्र पूर्वे को कुछ दिनों पहले ही बनाया गया था प्रदेश अध्यक्ष
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही राजद ने पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे डॉक्टर रामचंद्र पूर्वे को चौथी बार बिहार की कमान सौंपी थी। सोमवार को पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें प्रमाण पत्र भी दे दिया था।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पूर्वे ने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में राजद गठबंधन बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चल रही है। उन्होंने तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री भी बताया था। लेकिन, आज अचानक राजद का ये फैसला अचंभित करने वाला है।
राजद में हो रहा था मंथन, बदल गया प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा
रविवार को सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली थी कि राजद के संगठनात्मक चुनाव के बीच सोमवार को बड़ी तब्दीली देखी जा सकती है। पिछले चार बार से लगातार प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालते आ रहे डॉक्टर रामचंद्र पूर्वे की दावेदारी लटक गई है। उनके बदले अब तक दावेदारों की सूची में शामिल नेताओं से अलग किसी दमदार और नए चेहरे पर दांव लगाया जा सकता है।
पार्टी और लालू परिवार में बदलाव के लिए उच्चस्तर पर मंथन का दौर जारी है। तर्क दिया जा रहा है कि चुनावी साल में राजद को एक ऐसे प्रदेश अध्यक्ष की दरकार है जो सामाजिक समीकरण को साधते हुए संगठन को मजबूती से आगे बढ़ा सके। हालांकि डॉ. रामचंद्र पूर्वे की दावेदारी भी अभी पूरी तरह खारिज नहीं हुई है। किंतु नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने निर्वतमान प्रदेश अध्यक्ष के प्रति सम्मान का भाव रखते हुए भी बदलाव के पक्ष में हैं।
सूत्रों का दावा है कि तेजस्वी के निर्णय पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी सहमति दे दी है। लोकसभा चुनाव के बाद राजद में तेजस्वी का यह पहला बड़ा फैसला होगा। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को नामांकन किया जाना है। अगर एक ही प्रत्याशी ने नामांकन किया और स्क्रूटनी में सही पाया गया तो मंगलवार को उसे निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा। एक से ज्यादा प्रत्याशी आने की स्थिति में 27 नवंबर को मतदान से तय होगा कि राजद में बिहार की पतवार किसके हाथ में होगी।