राजभवन मार्च: पुलिस से भिड़े महागठबंधन के नेता, बोले- माफी मांगें सीएम नीतीश
बिहार महागठबंधन के नेता राजभवन मार्च के लिए निकल पड़े हैं। नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ यह विरोध मार्च निकाला है।
पटना [जेएनएन]। बिहार महागठबंधन के नेता राजभवन मार्च के दौरान पुलिस से भिड़ गये। मार्च के दौरान पुलिस ने रोका, तो वे लोग हंगामे पर उतर आए। बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ। नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ यह विरोध मार्च निकाला है। इस मार्च में राजद-कांग्रेस के अलावा हम, वीआइपी, लोजद के लोग भी शामिल हैं।
विरोध मार्च के दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शब्दों की मर्यादा तोड़ रहे हैं। वे हमारे नेताओं को नीच और सड़क छाप कह रहे हैं। इसे लेकर पिछले दिनों महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी और गुरुवार को विरोध मार्च निकालने का निर्णय लिया गया था। इसके साथ ही महागठबंधन की ओर से राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा।
उधर पटना में इनकम टैक्स चौराहे से निकले इस विरोध मार्च को लेकर पटना पुलिस ने सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की है। भारी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है। वहीं विरोध मार्च को लेकर यातायात पर प्रभाव पड़ा है। लोगों को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि कार्यक्रम में महागठबंधन में शामिल सभी दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं, लेकिन इसमें कोई बड़े नेता शामिल नहीं हैं।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह महागठबंधन में शामिल होने वाले नेताओं को सीएम नीतीश कुमार ने सड़क छाप बता दिया था। उन्होंने कहा कि सड़क पर के लोगों के महागठबंधन में जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। दरअसल हाल ही में महागठबंधन में उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी शामिल हुए हैं। इसे लेकर मीडिया ने जब सीएम से पूछा तो उन्होंने सड़क वाला बयान दिया। इसके बाद महागठबंधन के नेताओं ने बैठक की और सीएम से माफी मांगने की मांग की।
बता दें कि इसके पहले भी रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार पर 'नीच' बोलने का आरोप लगाया था। इसे लेकर भी कुशवाहा ने बयान की निंदा की थी और माफी मांगने के लिए कहा था। उन्होंने यह भी कहा था कि गलत बयान के लिए नीतीश कुमार सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। हालांकि उस बयान का कुछ रिजल्ट निकला नहीं, 'सड़क छाप' का नया मामला सामने आ गया।