प्रेमिका के घर जाना पड़ा महंगा; चोर बताकर दी दर्दनाक मौत, शव को रेल ट्रैक पर फेंका
बिहार के सिवान में एक प्रेमी को प्रेमिका के घर जाना महंगा पड़ा। लड़की वालों ने उसक ऐसी मौत दी कि आप कांप जाएंगे। पूरा मामला जानिए इस खबर में।
सिवान [जेएनएन]। बिहार के सिवान में मॉब लिंचिंग की एक बड़ी वारदात समाने आई है। जिले के एमएच नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मंदरौली गांव निवासी अरुण यादव (25 वर्ष) को कुछ लोगों ने चोर बता पीट-पीट कर मार डाला। फिर, हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को रेल ट्रैक पर रख दिया। उसपर से ट्रेन भी गुजर गई। लेकिन पोल खुल ही गई। मामला प्रेम प्रसंग में हत्या का निकला।
बताया जाता है कि अरुण घर से तीन दिनों से लापता था। परिजनों ने उसके अपहरण की आशंका जताते हुए स्थानीय थाने में आवेदन दिया था। इस मामले में अरुण के पिता अजीत यादव के बयान पर अशोक यादव, उपेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, अमित यादव, गणेश यादव, मंजू देवी व एकमा के हुस्सेपुर निवासी श्यामदेव यादव सहित सात अज्ञात लोगों को नामजद किया। पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर पूछताछ की तो घटना एजागर हो गई।
पुलिस ने पूछताछ के क्रम में मामला प्रेम प्रसंग का पाया। इसी को लेकर लड़की पक्ष के लोगों ने अरुण की पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार अरुण का उसके गांव की एक लड़की के साथ पिछले दो वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। परिजनों ने लड़की को उसके मामा के घर छपरा के एकमा थाना क्षेत्र के हुस्सेपुर गांव भेज दिया था। इसके बाद अरुण शनिवार की शाम लड़की से मिलने के लिए एकमा गया था।
गिरफ्तार अशोक यादव, सुरेंद्र यादव, उपेंद्र यादव, गणेश यादव व मंजू देवी ने हत्या का जुर्म कबूल करते हुए बताया कि अरुण यादव हुस्सेपुर आया था। वहां सतइसा का कार्यक्रम था। वहां मंजू देवी ने अरुण को समारोह में मौजूद देखकर चोर-चोर का शोर मचाया। इस बीच घात लगाए सभी ने अरुण को पकड़ कर पीटना शुरू कर दिया। पिटाई के क्रम में ही अरुण ने दम तोड़ दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए सभी ने उसके शव को गाड़ी पर लाद कर रात के अंधेरे में रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया, ताकि उसके शव के ऊपर से कोई ट्रेन गुजर जाए और हत्या को लोग दुर्घटना समझ लें।