गंगा पथ के रास्ते दीदार कीजिए पटना के इस सभ्यता द्वारा का, जानिए क्यों है खास
सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र परिसर में बने सभ्यता द्वार का बहुत जल्द आम लोग भी दीदार कर सकेंगे। गंगा पथ के रास्ते लोग यहां पहुंच सकेंगे।
पटना [राज्य ब्यूरो]। गांधी मैदान के सामने सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र परिसर में बने सभ्यता द्वार का बहुत जल्द आम लोग भी दीदार कर सकेंगे। भवन निर्माण विभाग इस योजना पर काम कर रहा है कि गंगा पथ के रास्ते लोग सभ्यता द्वार देखने आएं और इसी रास्ते वापस हो जाएं। इस योजना पर उच्च स्तर पर प्रेजेंटेशन होना है।
वहीं पटना में सौ फीट ऊंचे गांधी टावर का निर्माण अब बिहार विद्यापीठ परिसर की जगह गर्दनीबाग में विकसित होने वाले नए हाउसिंग प्रोजेक्ट परिसर में होगा। भवन निर्माण विभाग द्वारा तैयार कराए जा रहे एमएलए और एमएलसी हाउसिंग प्रोजेक्ट के तहत विधान पार्षदों के सत्तर डुप्लेक्स का निर्माण कार्य अगले एक माह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी और विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने सूचना भवन में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इस आशय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आठ वर्षों में भवन निर्माण विभाग का खर्च 60 करोड़ से बढ़कर 2066 करोड़ पर पहुंच गया है।
बनेगा नया रास्ता
भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि आम लोग सभ्यता द्वार देख सकें इसके लिए गंगा पथ के रास्ते एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट और एकता भवन के बीच के रास्ते को विकसित करने की योजना है। ज्ञान भवन व बापू सभागार में होने वाले आयोजन में लोगों की भीड़ की वजह से इस रास्ते लोगों को सभ्यता द्वार देखने जाने में परेशानी होगी। इसलिए यह नई व्यवस्था की जा रही है।
अब गर्दनीबाग में गांधी टावर
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी की स्मृति में राज्य सरकार ने सौ फीट ऊंचा गांधी टावर बनाए जाने का निर्णय लिया है। पूर्व में यह टावर बिहार विद्यापीठ परिसर में बनाया जाना था पर जमीन के स्वामित्व की वजह से परेशानी हो रही है। इसलिए अब इसे गर्दनीबाग में विकसित हो रहे हाउसिंग प्रोजेक्ट परिसर में बनाया जाएगा। इसके लिए लगभग दो एकड़ जमीन की जरूरत होगी।
एक माह के भीतर एमएलसी हाउसिंग के 70 डुप्लेक्स तैयार हो जाएंगे
पटना में निर्माणाधीन एमएलसी व एमएलए हाउसिंग प्रोजेक्ट के बारे में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी गई कि एक माह के भीतर एमएलसी हाउसिंग के 70 डुप्लेक्स का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। एमएलए हाउसिंग के तहत 150 डुप्लेक्स का निर्माण दिसंबर में पूरा किए जाने की योजना है।
पटना कलेक्ट्रेट के निर्माण पर खर्च होंगे 186.42 करोड़
पटना कलेक्ट्रेट के नए भवन के इस्टीमेट को प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके निर्माण पर 186.42 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
उपेंद्र महारथी संस्थान के लिए आरसीपी सिंह ने दिए 30 करोड़
उपेंद्र महारथी संस्थान के नए भवन के लिए सांसद आरसीपी सिंह ने अपनी सांसद निधि से 30 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैैं। निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
आखिर क्यों खास है सभ्यता द्वार?
राजधानी पटना स्थित गांधी मैदान के उत्तर में बापू सभागार और ज्ञान भवन के बीच गंगा तट पर 32 मीटर ऊंचा व 8 मीटर चौड़ा विशाल सभ्यता द्वार बनाया गया है। यह एक एकड़ भू-भाग में फैला है। सभ्यता द्वार गोलघर से तीन मीटर अधिक ऊंचा है। इसे पांच करोड़ रुपये की लागत से डेढ़ साल में बनाया गया। यह द्वार बिहार की गौरवगाथा सुनाने और बताने के लिए बनाया गया है। इसपर भगवान महावीर, भगवान बुद्ध और महान सम्राट अशोक के संदेश लिखे हैं।