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बिहार में दौड़ेंगी लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनें, अपने जिले से मिल जाएंगी दूसरे प्रदेश जाने वाली गाड़ियां

थावे रेलखंड पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन में आ रही रुकावटें दूर हो गई है। अब इस रेलखंड पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन का रास्ता साफ हो गया। कोरोना संकट बीतने के बाद इस रेलखंड पर लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 12:24 PM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 12:24 PM (IST)
बिहार में दौड़ेंगी लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनें, अपने जिले से मिल जाएंगी दूसरे प्रदेश जाने वाली गाड़ियां
बिहार में जल्द लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ेगी। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण टीम, गोपालगंज : थावे रेलखंड पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन में आ रही रुकावटें दूर हो गई है। अब इस रेलखंड पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन का रास्ता साफ हो गया। कोरोना संकट बीतने के बाद इस रेलखंड पर लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। कोरोना संकट काल के बीच पूर्वोत्तर रेल प्रशासन ने थावे रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का परिचालन शुरू कर इस रूट पर लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनों के परिचालन की तरफ कदम बढ़ा दिया है। हालांकि कोरोना संकट के कारण अभी इस रूट पर एकमात्र ट्रेन थावे-टाटा एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन हो रहा है। कोरोना संकट काल बीतने के बाद इस रेलखंड पर लंबी दूरी की ट्रेनों  का परिचालन शुरू होते  ही  जिले वासियों के लिए सफर आसान हो जाएगा। जिले के लोगों को लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ने के लिए पड़ोसी जिला सिवान या उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नहीं जाना पड़ेगा।

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थावे-गोरखपुर रेलखंड का मीटर गेज से ब्राड ग्रज में अमान परिवर्तन होने के बाद इस रूट से लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन होने की जिलेवासियों को उम्मीद थी। लेकिन यह उम्मीद पूरी नहीं हो सकी। हालांकि तत्कालीन सांसद जनक राम की पहल पर तत्कालीन रेल मंत्री ने इस रेलखंड से बिहार संपर्क क्रांति सहित अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन का आश्वासन दिया था। लेकिन रेल विभाग के अनुसार इस रूट का विद्युतीकरण नहीं होने से इन ट्रेनों का परिचालन इस रेलखंड से नहीं हो सका।

इलेक्ट्रिक ट्रेन का परिचालन की कवायद शुरू

इसी बीच दो साल पहले इस रेलखंड का विद्युतीकरण करने का काम शुरू किया गया। पिछले साल जनवरी महीने में इस रेलखंड का विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया। विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद पूर्वोत्तर रेल प्रशासन इस  रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का परिचालन करने की कवायद शुरू की। इसी बीच मार्च महीने में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगने से ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया। अनलॉक में मुख्य रूटों पर ट्रेनों का एक-एक परिचालन शुरू होने के बाद थावे रेलखंड पर पूर्वाेत्तर रेल प्रशासन ने इलेक्ट्रिक इंजन लगाकर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर में यात्रियों की संख्या कम होने तथा ट्रेन के परिचालन में हो रही कठिनाइयों को देखते हुए पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन फिर से बंद कर दिया गया।

रेल मंत्री पीयूष गोयल से सांसद ने की बात

अब इस रूट पर एकमात्र थावे-टाटा एक्प्रेस ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। हालांकि कोरोना संकट के बीच इस रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन के साथ ट्रेन का परिचालन शुरू होने से अब इस रेलखंड पर लंबी दूरी के इलेक्ट्रिक ट्रेनों के परिचालन का रास्ता साफ हो गया है। सांसद डॉ. आलोक  कुमार सुमन ने बताया कि थावे रेलखंड पर लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल से कई बार बात हुई है। उन्होंने इस रूट पर लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन करने को लेकर हरी झंडी दे दी है। कोरोना संकट काल बीतते ही थावे रेलखंड पर लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। 


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