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पासवान की BJP को नसीहत: मंदिर-मस्जिद मुद्दा NDA का नहीं, करें परहेज

लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा है कि मंदिर-मस्जिद का मुद्दा भाजपा का हो सकता है, एनडीए का नहीं। इसीलिए इससे परहेज करें।

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 08:53 AM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 10:57 PM (IST)
पासवान की BJP को नसीहत: मंदिर-मस्जिद मुद्दा NDA का नहीं, करें परहेज
पासवान की BJP को नसीहत: मंदिर-मस्जिद मुद्दा NDA का नहीं, करें परहेज

पटना, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि भाजपा को मंदिर-मस्जिद मुुद्दे पर हार्डलाइन से परहेज करना चाहिए। मंदिर-मस्जिद भाजपा का मुद्दा हो सकता है पर एनडीए का नहीं। पासवान ने कहा कि एनडीए का गठन विकास के मुद्दे पर हुआ है। 

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पासवान ने कहन कि राम मंदिर के मसले पर आरंभ से ही लोजपा का यह स्टैैंड रहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट से ही इस बारे में निर्णय हो। मंदिर-मस्जिद का मामला अलग विषय है। इसे राजनीतिक पार्टियों से नहीं जोडऩा चाहिए।

उन्होंने कहा कि जब बाबरी मस्जिद टूटी तो यह कहा गया कि लोगों में काफी गुस्सा है। सब हिंदू एक हो गए हैैं। जबकि, मस्जिद टूटने के 22 साल बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। अलग-अलग दलों का अलग अलग नजरिया है इस मुद्दे पर। एलजेपी अपनी धारणा पहले ही स्पष्ट कर चुकी है।

तीन राज्यों के चुनाव परिणाम पर रामविलास पासवान से जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्दों पर चुनाव हुआ। वोट का अंतर बहुत अधिक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर कोई दो राय नहीं कि लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा।

पासवान ने कहा कि भाजपा से हमने कभी यह शिकायत नहीं की है कि हमारी बातें नहीं मानी जातीं। शिवसेना पर प्रतिक्रिया जताते हुए लोजपा सुप्रीमो ने कहा कि जब साथ में हैैं तो नहीं बोलना चाहिए।


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