पटना पुलिस की मेहरबानी से शराब तस्कर बना उप मुखिया, आप भी जान लें कैसे हुआ ये 'खेल'
पटना पुलिस की लापरवाही से शराब तस्करी का आरोपित शख्स उप मुखिया बन गया। तीन साल पुराने मामले में आरोपित बेफिक्र होकर पंचायत चुनाव लड़ने और जीतने की रणनीति बनाता रहा। इधर पुलिस ने शायद उसे उसका मिशन पूरा कर लेने की छूट दे रखी थी।
पालीगंज (पटना), संवाद सहयोगी। पटना पुलिस की लापरवाही से शराब तस्करी का आरोपित शख्स उप मुखिया बन गया। पालीगंज थाने के जलपुरा मसौढ़ा पंचायत के उप मुखिया बनने वाले राकेश कुमार पर शराब बेचने का आरोप है। यह मामला आज का नहीं, बल्कि 2018 का ही है। तब से पुलिस इस शख्स को ढूंढ नहीं पा रही थी। यह अलग बात है कि आरोपित बेफिक्र होकर पंचायत चुनाव लड़ने और जीतने की रणनीति बनाता रहा। इधर, पुलिस ने शायद उसे उसका मिशन पूरा कर लेने की छूट दे रखी थी। तीन साल पुराने मामले में पुलिस ने राकेश को गिरफ्तार तो किया, लेकिन तब, जब वह उप मुखिया पद की शपथ ले चुका था।
पालीगंज में शपथ ग्रहण करने पहुंचा उपमुखिया गिरफ्तार
जलपुरा मसौढ़ा पंचायत के उपमुखिया राकेश कुमार को शपथ ग्रहण के दौरान पुलिस के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस के द्वारा प्रखंड सभागार में उपमुखिया की गिरफ्तारी के बाद अफरातफरी मच गई। थानाध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। हालांकि, इस मामले में पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिल रही है। दरअसल, पुलिस ने राकेश को पूरे चुनाव अभियान के दौरान पकड़ने की जहमत नहीं उठाई। आम तौर पर पुलिस को निर्देश होता है कि कोई फरार आरोपित या वारंटी चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने पाए। नामांकन के दौरान ही ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस रही बेखबर
राकेश के मामले में उसने वार्ड सदस्य पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जमकर चुनाव प्रचार किया और जीता। इसके बाद उसने उप मुखिया पद के लिए लाबिंग की और इस पद के लिए भी चुनाव जीता। यहां तक पुलिस ने राकेश को छूट दी और गिरफ्तार करने से पहले उसके शपथ ग्रहण करने का इंतजार किया। पुलिस के स्तर से ऐसी लापरवाही जानबूझकर या अनजाने में हुई, इसको लेकर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चा है।
शपथ लेने के तुरंत बाद हुआ गिरफ्तार
थानाध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि जलपुरा मसौढ़ा ग्राम पंचायत के उपमुखिया राकेश कुमार चौधरी पर 2018 में अवैध शराब बेचने का आरोप था। छापेमारी करने गई पुलिस को चकमा देकर राकेश कुमार फरार हो गया था। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपित की तलाश में थी। इसी दौरान सूचना मिली कि शराब तस्कर वार्ड सदस्य में निर्वाचित होने के बाद शपथ लेने प्रखंड कार्यालय पहुंच रहा है। शपथ होने के बाद सभा क्षेत्र से राकेश के बाहर निकलते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।