दिल्ली पुलिस की तरह बिहार पुलिस ने भी जमकर काटा था बवाल, जानिए क्या थी वजह
दिल्ली पुलिस की तरह पिछले साल बिहार पुलिस ने जमकर बवाल काटा था। महिला सिपाही की मौत पर पुलिसकर्मी काफी नाराज हो गए थे और बड़ी संख्या में पटना पुलिस लाइन में बवाल मचाया था।
पटना, रमण शुक्ला। बिहार पुलिस भी दिल्ली पुलिस की तर्ज पर एक वर्ष पूर्व राजधानी के पुलिस लाइन सिपाही की मौत में जमकर बवाल काटा था। पटना पुलिस लाइन में महिला सिपाही की मौत के बाद रंगरूट आक्रोशित हो गए थे। घटना दो नवंबर 2018 को घटी थी। सिपाहियों ने अफसरों पर मनमानी का अरोप लगाया था। पूरे मामले में तत्कालीन डीजीपी केएस द्विवेदी ने दो से अधिक पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे।
पुलिस लाइन में हुए बवाल के मामले में डीएसपी मो. मसेलहउद्दीन निलंबित किए गए थे। डीएसपी मसेलहउद्दीन की कार्यशाली से नाराज रंगरूटों ने उनकी पिटाई भी कर दी थी। बता दें कि बिहार पुलिस के इतिहास में पहली घटना थी।
पुलिस मुख्यालय ने इस अप्रत्याशित घटना को गंभीरता से लेते हुए तीन सौ से ज्यादा रंगरूटों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ बर्खास्तगी, निलंबन और तबादले की कार्रवाई की थी। तब 700 पुलिस कर्मियों के तबादले किए थे।
घटना पीछे वजह यह थी कि पटना के एक निजी अस्पताल में महिला सिपाही की डेंगू से मौत हो गई थी। इसके बाद पटना की पुलिसलाइन में पुलिसकर्मियों ने अपनी साथी की मौत के बाद जमकर बवाल काटा था। पुलिस लाइन में जमकर तोडफ़ोड़ की गई थी। तब पुलिसकर्मियों ने पुलिस अधिकारियों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। एसएसपी और डीआइजी घटनास्थल पर नहीं जा पा रहे थे।
महिला सिपाही सिवान सविता पाठक जिले की रहने वाली थी। पुलिस कर्मियों ने सविता को छुट्टी नहीं मिलने के कारण और इलाज के अभाव में मौत का आरोप बड़े अधिकारियों पर लगाया था।