बिहार विधान परिषद में शिक्षा मंत्री बोले: स्कूलों में बहाल होंगे लाइब्रेरियन, अतिथि शिक्षकों को मिलेगा अधिक वेतन
Bihar Assembly Budget Session शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार विधान परिषद में शनिवार को कहा कि 500 से अधिक किताबों वाले प्रत्येक स्कूल में लाइब्रेरियन की बहाली की जाएगी। राज्य में अतिथि शिक्षकों को भी पहले से अधिक वेतन दिया जाएगा।
पटना, स्टेट ब्यूरो। बिहार के जिन स्कूलों में भी 500 से अधिक किताबें हैं, वहां लाइब्रेरियन की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए पुस्तकालयाध्यक्ष पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। यह परीक्षा पास करने वाले ही लाइब्रेरियन के पदों के पात्र उम्मीदवार होंगे। अगले शैक्षणिक सत्र से पहले नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। विधानपरिषद में शनिवार को शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सदस्य संजीव श्याम सिंह के तारांकित प्रश्न का जवाब देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेजों में बहाल अतिथि शिक्षकों को अब प्रति व्याख्यान एक हजार की जगह डेढ़ हजार और एक माह में अधिकतम 25 हजार रुपये की जगह 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
रिक्त पदों पर जल्द होगी नियुक्तियां
शिक्षा मंत्री ने बताया कि उच्च माध्यमिक स्कूलों में लाइब्रेरियन के 2789 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 893 रिक्त पद हैं। इन पदों का सृजन वर्ष 2007 में हुआ। अगले साल 2008 में नियोजन की प्रक्रिया शुरू हुई जो 2019 में पूरी हुई। मंत्री ने बताया कि अभ्यर्थियों के कोर्ट में याचिका दाखिल करने के कारण इतने साल की देरी हुई। रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति होगी। सुबोध कुमार ने राघोपुर प्रखंड में डिग्री कॉलेज खोलने से जुड़ा सवाल किया जिसका जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता सभी अनुमंडलों में डिग्री कॉलेज खोलने की है। अभी 18 ऐसे अनुमंडल हैं, जहां डिग्री कॉलेज नहीं हैं। इसके बाद दूसरे चरण में इस मसले पर विचार किया जाएगा।
समाप्त होगी अतिथि शिक्षकों की सेवा
शिक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि कॉलेजों में बहाल अतिथि शिक्षकों को अब प्रति व्याख्यान एक हजार की जगह डेढ़ हजार और एक माह में अधिकतम 25 हजार रुपये की जगह 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। विधान पार्षद संजय कुमार सिंह, रामचंद्र पूर्वे और नवल किशोर यादव आदि के प्रश्नों का जवाब देते हुए मंत्री ने स्पष्ट किया कि कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति होते ही अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति ही इसी सेवा शर्त पर हुई थी। कुछ सदस्यों के द्वारा स्थायी नियुक्ति में अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता दिए जाने पर मंत्री ने कहा कि कई बार न्यायालय ऐसी नियुक्ति को बैकडोर इंट्री मानता है। स्थायी नियुक्ति में उनके लिए भी अवसर है, वह प्रक्रिया के तहत आएं।
1.20 लाख शिक्षकों के पद रिक्त, नियुक्ति प्रक्रिया जारी
विधान पार्षद रामचंद्र पूर्वे के सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने माना कि नीति आयोग, विश्व बैंक और मानव संसाधन मंत्रलाय की संयुक्त इंडेक्स रिपोर्ट में बिहार की 17वीं रैंक है। उन्होंने कहा कि सुधार के प्रयास लगातार जारी हैं। राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक के 30,020 जबकि प्राथमिक व मध्य स्कूलों में 90,762 शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए नियोजन की कार्रवाई जारी है। वर्ग एक से 12वीं तक के सभी पुस्तकों का ई-कंटेंट बिहार टेक्सट बुक पब्लिशिंग कॉरपोरेशन के वेबसाइट और विद्यावाहिनी एप पर उपलब्ध है। सभी कक्षाओं में तीन माह का कैचअप कोर्स भी चलाने की तैयारी है।