पूछताछ के बाद जेल भेजे गए रीतलाल
पटना। रेलवे के सिविल ठेकेदार जमालपुर निवासी शंभू सिंह से 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपी को पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।
पटना। रेलवे के सिविल ठेकेदार जमालपुर निवासी शंभू सिंह से 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपी विधान पार्षद रीतलाल यादव को रिमांड पर पूछताछ के बाद पुलिस ने शनिवार को वापस बेउर जेल भेज दिया। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ के दौरान रीतलाल खुद को बेगुनाह बताते रहे। हालांकि कुछ सवालों के जवाब देने में वह अटक गए। एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि कुछ तथ्य सामने आए हैं, जिसके आधार पर छानबीन की जा रही है।
मालूम हो कि सात अप्रैल को खगौल थाने की पुलिस ने रूपसपुर इलाके से नालंदा निवासी सोनू को गिरफ्तार किया था। उसने खुद को विधान षार्षद रीतलाल यादव का गुर्गा बताया था। सोनू कुछ दिनों से जमालपुर निवासी शंभू सिंह से फोन पर 25 लाख रुपये रंगदारी देने की मांग कर रहा था। शंभू रेलवे के सिविल कार्यो का ठेका लेता है। रकम नहीं मिलने पर सोनू ने शंभू पर जानलेवा हमला भी कराया था। गिरफ्तारी के बाद सोनू ने स्वीकार किया था कि रीतलाल जेल में मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। वह मोबाइल से गुर्गो को बताते हैं कि किससे और कितनी रकम की मांग करनी है। जेल में उनके पास इंटरनेट की सुविधा भी है। रेलवे के टेंडर के बारे में ऑनलाइन जानकारी मिलती है। वह जेल से ही सभी विभागों के टेंडर पर नजर रखते हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जेल में रीतलाल के पास मोबाइल होने की पुष्टि हो गई है। बेउर जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पटना पुलिस कारा विभाग को पत्राचार करेगी।