Bihar Quarantine Center Update: बिहार में क्वारंटाइन केंद्रों पर परिवार नियोजन की दी गई सीख, केंद्र सरकार ने सराहा
Bihar Quarantine Center Update बिहार में क्वारंटाइन केंद्रों में दी गई परिवार नियोजन की सीख केंद्र ने सराहा। केंद्रों पर प्रवासियों को स्वच्छ रहने के बताए गए तौर-तरीके।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के क्वारंटाइन सेंटर कई मायनों में बड़े उदाहरण की वजह बन रहे हैं। कई राज्यों से लौटने वाले प्रवासियों को क्वारंटाइन करने के लिए अलग-अलग प्रखंडों में ऐसे केंद्र बनाए गए। इनमें प्रवासी पुरुषों के साथ ही महिलाओं के भी रहने की व्यवस्था की गई। कोरोना काल में लौटे इन प्रवासियों को क्वारंटाइन कर जहां इनकी जान बचाई गई, वहीं 14 दिन के लिए इन केंद्रों में रहने वाले प्रवासियों को परिवार नियोजन और स्वच्छता की सीख भी दी गई। यह कार्य अभी आगे भी जारी रहेगा।
आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को दी गई जिम्मेदारी
बिहार लौटने वाले करीब 19 लाख से ज्यादा प्रवासियों के अलग-अलग क्वारंटाइन केंद्रों में रहने की व्यवस्था थी। राज्य स्वास्थ्य समिति ने इस मौके को अवसर में बदलने की योजना बनाकर इस पर अमल शुरू किया। समिति ने प्रखंडों की आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की अलग-अलग टीम बनाकर उन्हें क्वारंटाइन केंद्रों से जोड़ा। टीम का दायित्व था वह क्वारंटाइन केंद्र के लोगों से फिजिकल डिस्टेंस रखते हुए जीवन में स्वच्छता के महत्व और परिवार नियोजन की जानकारी दें। शुरुआती दौर में इस कार्य में थोड़ी दिक्कतें आई, परन्तु बाद में जो आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता क्वारंटाइन सेंटर में जाने से बचना चाहते थे वे इसे स्वेच्छा से करने को तैयार हो गए।
सप्ताह में दो दिन स्वच्छता, परिवार नियोजन की सलाह
सप्ताह में दो दिन की मियाद तय कर आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में बनाए क्वारंटाइन केंद्रों में जाने लगे और उन्होंने समूह बनाकर (फिजिकल डिस्टेंस बनाकर) रोज की जिन्दगी में सफाई के महत्व और परिवार को नियोजित रखने की सीख दी। बिहार के करीब चार हजार कैंप में यह अभियान लगातार चला। स्वास्थ्य समिति ने आधिकारिक जानकारी में बताया कि यह अभियान अभी 15 जून तक जारी रहेगा।
मुफ्त में वितरित किए जा रहे गर्भ निरोधक साधन
क्वारंटाइन में 14 दिन की अवधि पूरी कर यहां से जाने वाले विवाहित व्यक्ति, नव-दंपत्ति को आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ता परिवार नियोजन के साधन भी मुफ्त में दे रहे हैं। कोरोना काल जैसे कठिन समय में राज्य के स्वास्थ्य विभाग की इस पहल का स्वागत केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी किया है और दूसरे राज्यों को सलाह दी है कि वे भी इस पर अमल करें।