Bihar Quarantine Centre Update: क्वारंटाइन सेंटर पर बांका में लाठीचार्ज, तो मधेपुरा में सीओ ने चौकीदार को पीटा
बिहार के बांका में उस समय अफरातफरी मच गई जब एक क्वारंटाइन सेंटर पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। मामला जिले के शंभूगंज प्रखंड का है। वहीं मधेपुरा में सीओ ने चौकीदार को पीटा।
बांका/ मधेपुरा, जेएनएन। बिहार के बांका में उस समय अफरातफरी मच गई, जब एक क्वारंटाइन सेंटर पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। मामला जिले के शंभूगंज प्रखंड का है। इस लाठीचार्ज में कई लोगों को चोट लगने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि एक युवक के हाथ में गंभीर चोट लगी है। घटना के पीछे खराब खाने को मुख्य कारण बताया जा रहा है। उधर, मधेपुरा में भी कुछ इसी तरह की घटना हुई है। बताया जाता है कि क्वारंटाइन सेंटर से लोगों के भागने की अफवाह पर सीओ ने चौकीदार को पीटा। मामला तूल पकड़ लिया है।
बांका से जेएनएन के अनुसार, शंभूगंज स्थित द्वारिका अमृत अशर्फी उच्च विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में अनियमितता की शिकायत पर वहां भर्ती लोगों के साथ मारपीट करने पर एक व्यक्ति का हाथ टूट गया। इससे लोगों में नाराजगी है। पीडि़त व्यक्ति पकडिय़ा का निवासी है। आरोप है कि डीएए उच्च विद्यालय में बाहर से लौटे 88 कामगारों को क्वारंटाइन किया गया है। गुरुवार की शाम भोजन-पानी सहित अन्य कुव्यवस्था को लेकर उनलोगों ने शिकायत की। इस पर बात बढ़ गई और पुलिस ने उन पर लाठियां भांज दी। इससे कुछ देर के लिए क्वारंटाइन सेंटर में अफरातफरी मच गई। इसी क्रम में एक पीडि़त का हाथ भी टूट गया। कई अन्य जख्मी हैं। पीडि़त ने पुलिस के वाहन चालक पर पिटाई का आरोप लगाया है।
वहां रह रहे लोगों ने बताया कि उक्त सेंटर पर शौचालय सहित सभी जगह गंदगी का अंबार है। भोजन में घटिया चावल व दाल में सिर्फ पानी की शिकायत करने पर पिटाई की गई। पीडि़त ने बताया कि हाथ टूटने पर से भागलपुर के मायागंज स्थित अस्पताल ले जाया गया। उसे कहा गया कि डॉक्टर पूछे तो दीवार से गिरने की बात बताना। ऐसा नहीं कहने पर उसे लौटाकर पुन: उक्त केंद्र लाया गया। इधर, घटना के बाद प्रशासन ने जख्मी युवक का इलाज सीएचसी में कराया। वहीं, नोडल जिला उप निर्वाची पदाधिकारी सुरेश प्रसाद व थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने पिटाई के आरोप को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र पर सभी सुविधाएं हैं। वहीं शंभूगंज सीओ परमजीत सिरमौर का कहना है कि उक्त व्यक्ति कर्नाटक से आया है। उसे क्वारंटाइन किया गया है। वह घर भाग रहा था। बारिश की वजह से फिसलने के कारण उसका हाथ टूटा है।
उधर, मधेपुरा से जेएनएन के अनुसार, अररिया में जांच के लिए रोके जाने पर जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा एक चौकीदार से उठक-बैठक कराने के हाल ही के मामले के बाद अब ऐसा ही दूसरा मामला सामने आ गया है।यहां अंचलाधिकारी पर चौकीदार के साथ मारपीट करने का आरोप है। क्वारंटाइन सेंटर से लोगों के भागने की अफवाह पर वे वहां पहुंचे और चौकीदार पर गुस्सा उतार दिया। घटना शुक्रवार की सुबह की है। जख्मी चौकीदार को पीएचसी में भर्ती कराया गया। बताया गया कि बाबा विशु राउत इंटर कॉलेज में दूसरे प्रदेशों से आए लगभग एक सौ से अधिक श्रमिकों को क्वारंटाइन किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ पुलिस अधिकारी और चौकीदारों को तैनात किया है। आठ मई की सुबह लगभग साढ़े सात बजे क्वारंटाइन किए गए कुछ लोगों से मिलने उनके स्वजन आए हुए थे। कॉलेज मुख्य द्वार के पास सड़क पर कुछ लोग खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के भाग जाने और दुकान में जाकर चाय नाश्ता करने की सूचना प्रशासन को दे दी।
घटनास्थल पर पहुंचे अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार ने क्वारंटाइन सेंटर के मुख्य द्वार पर तैनात चौकीदार जय करण पासवान और नरेश पासवान पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। इसमें चौकीदार जय करण पासवान जख्मी हो गए। पीएचसी में तैनात डॉ. राजेश यादव ने जख्मी चौकीदार का प्राथमिक उपचार कर उसका दाएं हाथ का एक्सरे कराने की सलाह दी है। उधर सीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के भागने की सूचना पर सेंटर पहुंचे तो वहां तैनात चौकीदारों को डांट फटकार लगाई। चौकीदारों के साथ मारपीट करने का आरोप सरासर गलत है।