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अब नहीं लगाने पड़ेंगे बैंकों के चक्‍कर, ई-स्टाम्प से कराएं जमीन व फ्लैट का निबंधन

अब जमीन व फ्लैट का निबंधन कराने वाले लोगों को बैंकों का चक्‍कर लगाने की जरूरत नहीं है। पटना के निबंधन कार्यालय में बुधवार को ई-स्टाम्पिंग शुरू हो गई।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 03:31 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 11:17 PM (IST)
अब नहीं लगाने पड़ेंगे बैंकों के चक्‍कर, ई-स्टाम्प से कराएं जमीन व फ्लैट का निबंधन
अब नहीं लगाने पड़ेंगे बैंकों के चक्‍कर, ई-स्टाम्प से कराएं जमीन व फ्लैट का निबंधन

पटना [जेएनएन]। राजधानी पटना के निबंधन कार्यालय में बुधवार को ई-स्टाम्पिंग शुरू हो गई। अब ई-निबंधन का काम काफी आसान हो जाएगा। जमीन- फ्लैट ही नहीं किसी भी दस्तावेज का निबंधन कराने के लिए लोगों को चालान कटवाने के लिए बैंक के चक्कर नहीं काटने होंगे। अभी तक हर चालान के लिए बैंकों में घंटों कतार लगानी पड़ती थी। यदि लिंक फेल हो गया तो कई दिन पैसे जमा करने के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ते थे।

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आधा घंटे में हो जाएगा निबंधन

बुधवार से स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन की शाखा खुलने से अब निबंधन शुल्क यहीं जमा होगा। राशि सीधे निबंधन विभाग के खाते में जाएगी और निबंधन हो जाएगा। अधिकारियों के अनुसार अब मात्र आधे घंटे में निबंधन कार्य पूरा हो जाएगा और कॉपी आपके हाथों में होगी।

एक सप्ताह बाद सभी निबंधन कार्यों में शुरू होगी सुविधा

ई स्टाम्पिंग शुरू करने वाला बिहार देश का 21 वां राज्य है। एक सप्ताह की सफलता के बाद बिहार के सभी 125 निबंधन कार्यालयों में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। सात दिन  मॉनीटङ्क्षरग के बाद अगले सप्ताह से फुलवारी, पटना सिटी, दानापुर, बिक्रम, मसौढ़ी, बाढ़ समेत अन्य निबंधन कार्यालयों में भी इसकी शुरूआत की जाएगी।

यहां से कोई भी ले सकता है नन ज्युडिशियल स्टाम्प

निबंधन महानिरीक्षक आदित्य कुमार दास ने उद्घाटन के बाद बताया कि ई स्टाम्पिंग की प्रक्रिया सुरक्षित है। अभी यहां केवल नन ज्युडिशियल स्टाम्प ही मिलेंगे। यहां से कोई भी नन ज्युडिशियल स्टाम्प ले सकता है, चाहे उसे निबंधन कराना हो या कोई और काम। 

रुकेगा फर्जीवाड़ा, निबंधन होते ही लॉक होगा यूआइएन

निबंधन महानिरीक्षक ने बताया कि ई-स्टाम्प से फर्जीवाड़ा पूरी तरह नियंत्रित हो जाएगा। ई स्टाम्प पर एक बार कोड होगा। इसमें हर स्टाम्प का अलग यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होगा। जैसे ही निबंधन होगा यूआइएन लॉक हो जाएगा। एक यूआइएन पर दोबारा निबंधन संभव नहीं है। जिस पेपर पर ई स्टाम्प निकाला जाएगा, उसके वाटर मार्क में कई तरह के गोपनीय सिक्योरिटी कोड होंगे। इसे आंखों से पढऩा आसान नहीं होगा। हर निबंधक के पास विशेष लेजर लाइट होगी। इससे वह आसानी से इसे पढ़ सकेंगे। इस पर एक बार कोड भी छपा होगा जिसमें पूरी जन्मकुंडली होगी। कार्ड रीडर से आसानी से इसका पता चल जाएगा।

इस काउंटर से दो लाख रुपये तक नकद राशि देने पर ई स्टाम्प निकाला जा सकता है। इससे ऊपर के स्टाम्प निकालने के लिए नेफ्ट अथवा आरटीजीएस से ऑनलाइन मनी ट्रांसफर की जा सकती है। चेक जमा कर सकते हैं परंतु स्टाम्प उसके क्लियर होने पर दिया जाएगा।

स्टॉक होल्डिंग के रवि रंजन ने बताया कि लिंक फेल होने से कोई परेशानी नहीं होगी। पैसा जमा होने के दो मिनट के अंदर ई स्टाम्प दे दिया जाएगा।

जिला अवर निबंधक सत्यनारायण चौधरी ने बताया कि पुराना ई चालान सिस्टम भी चालू रहेगा। दोनों में से किसी एक ही विधि से निबंधन कराया जा सकता है। यहां नकद राशि 3 बजे तक ही जमा हो सकेगी। 3 बजे के बाद नेफ्ट अथवा आरटीजीएस या चेक से राशि ली जाएगी। सुबह 9.30 बजे से 5 बजे तक सेवा दी जाएगी।


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