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LaluPrasadYadav: 'लालू' सिर्फ हंसोड़-मसखरा ही नहीं, राजनीति का विज्ञान है, जानिए कैसे

LaluPrasadYadav आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का 73 वां जन्मदिन है। लालू प्रसाद यादव राजनेता नहीं बिहार की राजनीति के विज्ञान हैं। लालू हंसोड़ मसखरा भी हैं तो राजनेता भी...

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 11:28 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 04:51 PM (IST)
LaluPrasadYadav: 'लालू' सिर्फ हंसोड़-मसखरा ही नहीं, राजनीति का विज्ञान है, जानिए कैसे
LaluPrasadYadav: 'लालू' सिर्फ हंसोड़-मसखरा ही नहीं, राजनीति का विज्ञान है, जानिए कैसे

 पटना, काजल। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बिहार की राजनीति के एेसे माहिर खिलाड़ी और एेसी शख्सियत हैं जो चारा घोटाला के मामले में सजायाफ्ता हैं और अभी बिहार से दूर झारखंड के रिम्स अस्पताल में कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं। लेकिन, लालू वो शख्स है जो दूर होकर भी राजनीति का दमदार चेहरा है और सत्तापक्ष के लिए लालू नाम केवलम रटने को मजबूर कर देता है।

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दूर रहकर भी लालू बसते हैं बिहार की राजनीति में 

बिहार में विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव दूर रहकर भी लालू अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं और सत्तापक्ष के लिए मुसीबत बने रहते हैं। अपने बयानों, बेतुकी बातों और बात करने के दिलचस्प अंदाज के लिए लालू आज भी पूरी दुनिया में मशहूर हैंं। उनकी यही बेबाकी और राजनीतिक चुटकुलों से हंसी-मसखरी का उम्दा अंदाज ही उन्हें देश के अन्य राजनेताओं से अलग करता है।

लालू का स्वभाव है अलहदा

कभी नीतीश कुमार, रामविलास पासवान के साथ अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरूआत करने वाले लालू की अपनी एक अलग पहचान है। कुशल राजनेता कहे जाने वाले लालू अपने धुर विरोधी दोस्त नीतीश कुमार पर राजनीतिक जुबानी हमले भी करते हैं, उनपर तमाम आरोप लगानेवाले भाजपा नेता सुशील मोदी को जवाब भी देते हैं तो वहीं राजनीतिक संबंधों से इतर जाकर पारस्परिक संबंध निभाते हुए बेटे की शादी में जाकर उन्हें गले भी लगाते हैं।

2004 में लालू बने रेलमंत्री, आज भी कुली करते हैं याद

साल 2004 के लोकसभा चुनाव मे एनडीए की करारी हार के बाद के बाद लालू यूपीए के शासन काल में रेल मंत्री बनाए गए थे और उस दौर में उन्होंने रेलवे को मुनाफे में लाकर सबको चकित कर दिया था। उस वक्त रेलवे की व्यावसायिक सफलता की कहानी को समझने के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय और कई अंतरराष्‍ट्रीय संस्थानों के विशेषज्ञों ने रेल मंत्रालय के मुख्यालय का दौरा किया। आज भी कुली लालू को याद करते हैं और कहते हैं कि लालू जैसा मंत्री नहीं मिला। 

राबड़ी देवी के हीरो हैं लालू

लालू-राबड़ी की जोड़ी बिहार के राजनीतिक घराने की सबसे मशहूर जोड़ी है। लालू के जन्मदिन पर केक काटने की तस्वीर हो या वेलेंटाइन डे के दिन लाल गुलाब देने की तस्वीर हो, दोनों की ये तस्वीरें खूब वायरल होती रही हैं। लालू के हर फैसले का राबड़ी ने अक्षरशः पालन किया। चाहे शादी के बाद गांव से पटना लाने की बात हो या घर की दहलीज से सीधा मुख्यमंत्री बनाने की बात हो। आज भी राबड़ी ने ट्वीट कर पति को जन्मदिन की शुभकामनाएं देकर उनके लंबे जीवन के लिए प्रार्थना की है। 

राजनीति के साथ ही हंसी-मसखरी के लिए मशहूर हैं लालू

लालू की बेबाकी, मसखरी की वैसे तो कई वाकये हैं लेकिन कुछ एेसे हैं जिनके वीडियोज आज भी लोग देखकर हंसते हैं। चाहे संसद में दिया गया उनका बयान हो या हेमा मालिनी को लेकर उनकी मसखरी हो, लोग उन्हें खूब पसंद करते हैं। एक बार महिला पत्रकार ने लालू से उनके नौ बच्‍चों  के बारे में पूछा तो उन्‍होंने कहा, जब से हम सीएम बने हैं, बच्चे पैदा होना ही बंद हो गए हैं। 

लालू का जुमला था-धत बुड़बक 

लालू यादव को जब ये पता चला कि हेमा मालिनी उनकी फैन हैं तो उन्‍होंने कहा, अगर हेमा मालिनी मेरी फैन हैं तो हम उनका एयरकंडीशनर हैं। इतना ही नहीं लालू ने कहा था कि हम बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जितना मुलायम बना देंगे। लालू यादव का ये शब्द 'धत बुड़बक' आज भी कई लोग प्रयोग करते हैं और लालू को याद करते हैं। 


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