सुशील मोदी पर बरसे लालू, कहा- फूहड़ व्यवहार से गिराया बिहार का मान
सीबीआइ कोर्ट में हाजिरी लगाने के बाद लालू यादव ने कहा कि सुशील मोदी ने राष्ट्रमंडल सम्मेलन में जितना फूहड़ व्यवहार किया है, उससे देश व बिहार का मान नीचे गिरा है।
पटना/रांची [जेएनएन]। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने फूहड़ व्यवहार से देश व बिहार का मान गिरा दिया है। राष्ट्रमंडल सम्मेलन में जहां देश-विदेश से लोग आये थे, वहां उन्होंने अपना आचरण दिखा दिया।
चारा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को सीबीआइ के अलग-अलग दो विशेष कोर्ट में उपस्थित होकर हाजिरी लगाई। कोर्ट से निकलने के बाद उन्होंने ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में बिहार व केंद्र सरकार पर सीधा निशाना साधा। सुशील मोदी पर जमकर बरसे। कहा कि राष्ट्रमंडल सम्मेलन में सुशील मोदी ने अपना चरित्र को भी उजागर कर दिया है। सुशील मोदी ने राष्ट्रमंडल सम्मेलन में जितना फूहड़ व्यवहार किया है, उससे देश व बिहार का मान नीचे गिरा है। देश व विदेश से लोग राष्ट्रमंडल में आए हैं और वह अपना आचरण बताने का काम किया।
उन्होंने कहा कि संसदीय समितियां आती-जाती है, घूमती है, देखती है, रिव्यू होता है। एजेंडा फिक्स होता है। उसमें हमलोग व अन्य लोगों के विषय में उल्टा-पुल्टा बोला यह निंदनीय है। उनलोग को नेतरहाट और नालंदा घुमाना चाहिए था।
लालू प्रसाद ने भ्रष्टाचार को लेकर केंद्र व बिहार सरकार पर निशाना साधा। कहा कि पीएनबी का 11 हजार करोड़ का घोटाला आप सभी लोगों के सामने हुआ है। आरोपी पैसा गायब कर चला गया और लोग देखते रह गए। उन्होंने कहा कि मोदी बोलते थे कि न खाएंगे न खाने देंगे। यही सब हो रहा है। रक्षा सौदा में भी घोटाला हो रहा है।
लालू प्रसाद ने बिहार में महिला आरक्षण की मांग को लेकर भाजपा-जदयू पर निशाना साधा। कहा कि उन्हीं की सरकार है लागू करें या पास कराएं। बिहार में वही हैं केन्द्र में भी वही हैं। फिर किससे मांग कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल खड़ा कि भाजपा का वैसा कौन नेता है, जो अपना खेत जोतकर खाता-पीता है। सभी लूट कर खा रहे हैं।
लालू प्रसाद ने कोर्ट परिसर में राजद कार्यकर्ताओं द्वारा लाए गए प्रसाद को महिला व राजद कार्यकर्ताओं के बीच बांटा। इतना ही नहीं एक भिखारीन को बुलाकर उन्होंने सो रुपये नगद और प्रसाद दिया।
बता दें कि शनिवार से छठा भारत प्रक्षेत्र राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन की शुरूआत पटना में हुई। सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन कर रही हैं। सम्मेलन की शुरूआत करते हुए जैसे ही मंच से बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील मोदी ने भाषण देना शुरू किया कार्यक्रम में उपस्थित राजद के विधायकों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। राजद नेताओं का कहना था कि सुशील मोदी ने मंच से एेसा क्यों कहा कि बिहार के चार मुख्यमंत्रियों के जेल जाने का बयान क्यों दिया?
सुशील मोदी के इस बयान पर तेजस्वी यादव ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सुशील मोदी और उनकी बहन ने सृजन घोटाले का करोड़ो निगल लिया, अपना काला भ्रष्ट्राचार छिपाने के लिए मोदी ने इस मंच का इस्तेमाल किया। चोरों का चोर ईमानदारी बतिया रहा है।
तेजस्वी ने लिखा है कि पटना में दागियों के सरगना सुशील मोदी ने 52 देशों के प्रतिनिधियों के सामने बिहार को कलंकित करने का घृणित कृत्य किया है। बिहार के सबसे बड़े फ़ोर ट्वेंटी भाजपाई नेता सुशील मोदी ख़ुद अनेकों मामलों में दाग़ी है। ये सबसे बड़े घोटालेबाज़ है।
अल्प ज्ञानी सुशील मोदी ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में यह क्यों नहीं बताया की बिहार के मुख्यमंत्री पर संगीन हत्या का मामला दर्ज है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक जेएनयू के छात्र की थीसिस चुराने के आरोप में सज़ायाफता है। बिहार की मंत्रिपरिषद में 75 फ़ीसदी मंत्री दाग़ी है।
सुशील मोदी ने यह क्यों नहीं बताया कि नीतीश के नेतृत्व में बिहार मे रिकॉर्ड तोड़ 40 घोटाले हुए है? यह क्यों नहीं बताया की उनकी बहन और उन्होंने सृजन घोटाले का करोड़ों निगल लिया। अपना काला भ्रष्टाचार छिपाने के लिए सुशील मोदी ने इस मंच का प्रयोग किया। चोरों का चोर ईमानदारी बतिया रहा है।
सुशील मोदी को संसदीय प्रणाली तार-तार करने के लिए माफ़ी माँगनी चाहिए। मुख्यमंत्री से मौनी बाबा बने नीतीश कुमार जी को भी इस घटना पर मुँह खोलना चाहिए कि क्या मजबूरी है कि उन्होंने ऐसे तर्कहीन गालीबाज़ व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री बना रखा है?