Coronavirus: तेजस्वी के बाद कोरोना को ले लालू का हमला, कहा- 'का नीतीश-सुशील, ई का क़र रहल बाड़ ऽअ'
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बाद अब उनके पिता व राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कोरोना वायरस के बहाने पर सरकार पर तंज कसा है। कहा- का नीतीश-सुशील ई का क़र रहल बाड़ ऽअ
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बाद अब उनके पिता व राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कोरोना वायरस के बहाने पर सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने मंगलवार को किए गए ट्वीट में जनता कर्फ्यू को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि ताली-थाली की जरूरत नहीं है, बल्कि स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा किट मिले। बता दें कि आज ही तेजस्वी यादव ने जनता के नाम खुला पत्र जारी किया है।
का नीतीश-सुशील, ई का क़र रहल बाड़ ऽअ ? ई डाक्टर बिटियन के जान से काहे खिलवाड़ करऽअ ताऽ र ?
जब डाक्टर बीमार पड़ जाई त के मरीज़ के इलाज़ करी? सबकर जान के क़ीमत एक बा।
ई बिटियन के सुनऽअ “ताली, थाली, बोनस, सहानुभूति ना चाहीं पीपीई, औरी N95 मास्क चाहीं”। इंतज़ाम करऽअ जल्दी। pic.twitter.com/GjRQXUVFPS — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) March 31, 2020
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सुरक्षा किट की मांग करने वाली महिला डॉक्टरों का राजद प्रमुख लालू यादव ने भी समर्थन किया है। लालू ने मंगलवार को ट्वीट करके राज्य सरकार से डॉक्टरों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सुरक्षा किट उपलब्ध कराने की मांग की है। लालू ने लिखा है कि उन्हें ताली-थाली, सहानुभूति और बोनस नहीं चाहिए। इलाज के लिए उपकरण चाहिए।
राजद प्रमुख लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से आग्रह किया है कि इलाज में जुटे डॉक्टरों की जान से खिलवाड़ न किया जाए। भोजपुरी में किए गए ट्वीट में लालू ने लिखा है कि जब डॉक्टर ही बीमार पड़ जाएंगे तो इलाज कौन करेगा। उन्होंने ट्वीट किया है- 'का नीतीश-सुशील, ई का क़र रहल बाड़ ऽअ ? ई डाक्टर बिटियन के जान से काहे खिलवाड़ करऽअ ताऽ र ? जब डाक्टर बीमार पड़ जाई त के मरीज़ के इलाज़ करी? सबकर जान के क़ीमत एक बा। ई बिटियन के सुनऽअ “ताली, थाली, बोनस, सहानुभूति ना चाहीं पीपीई, औरी N95 मास्क चाहीं”। इंतज़ाम करऽअ जल्दी।'
गौरतलब है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जनता के नाम खुला पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने बिहार के लोगाें से अपील की थी। साथ ही उन्होंने मंगलवार को कोरोना वायरस को लेकर ट्वीट भी किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा है- 'बिहार के गया में जांच कराने आए संदिग्ध मरीजों का सिर्फ नाम-पता लिख और बिना जाँच मुहर लगा छोड़ दिया जा रहा है। ना ही जांच की कोई व्यवस्था, टेस्टिंग किट और उपकरण है। डॉक्टर संसाधनों की कमी का हवाला दे रहे है। कोरोना के ख़िलाफ क्या ऐसे लड़ा जाएगा? केंद्र-राज्य सरकार में समन्वय क्यों नहीं है?'